टिंकू हत्याकांड में कई लोग तलब, एसआइटी ने शुरू की जांच
शहर के बहुचर्चित प्रीत नगर में टिकू हत्याकांड की जांच के लिए बनी एसआइटी ने कई लोगों को तलब किया है।
संवाद सहयोगी, जालंधर
शहर के बहुचर्चित प्रीत नगर में टिकू हत्याकांड की जांच के लिए बनी एसआइटी ने फरार आरोपितों की गिरफ्तारी और इस कत्ल के पीछे की असल वजह जानने के लिए जांच तेज कर दी है। पुलिस ने केस से जुड़े लोगों और गवाहों से पूछताछ शुरू कर दी है और कई लोगों को तलब किया है।
एसआइटी इस केस में नामजद आरोपितों के परिवार और उनके रिश्तेदारों को भी दोबारा पूछताछ के लिए बुला कर जांच में शामिल कर सकती है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपितों फिरोजपुर निवासी हरप्रीत उर्फ हैप्पी मल्ल और सुरिदर उर्फ हैप्पी को गिरफ्तार किया था, लेकिन असल आरोपित पुनीत और लल्ली अभी तक फरार हैं। बीते दिनों पुलिस की ढीली कार्यप्रणाली के चलते पूर्व सीपीएस केडी भंडारी मृतक टिकू के पिता सुरिदर पाल सिंह, माता चरणजीत कौर, पत्नी संगीत कौर, बेटी सिरत कौर व रिश्तेदार सोनू पंडित के साथ पुलिस कमिश्नर से मिल थे। उन्होंने आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की थी।
पुलिस की जांच में सामने आया था कि कुछ समय पहले गुरमीत टिंकू और पुनीत के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। बाद में गुरमीत ने साथियों के साथ मिल कर पुनीत के घर पर हमला कर दिया और उसकी कार भी तोड़ दी थी। इस मामले में पुनीत के पिता राजिदर शर्मा के बयानों पर गुरमीत के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इसी रंजिश के चलते पुनीत व नरिदर ने गुरमीत टिकू की हत्या की साजिश रची थी। साजिश के तहत पुनीत ने पटियाला जेल में बंद हैप्पी मल्ल से संपर्क किया। पुनीत भी हत्या के प्रयास के मामले में जेल में गया था और वहां पर उसकी मुलाकात हैप्पी मल्ल से हुई थी। हैप्पी मल्ल ने उसे खरड़ मर्डर केस में भगोड़े हैप्पी भुल्लर, खिलजी फिरोजपुर निवासी जीती व ममदोट के सुरिदर से मिलवाया। सभी मिल कर साजिश रची। साजिश के तहत सभी जालंधर आ गए। दो दिन तक उन्होंने सोढल रोड पर स्थित टिकू की दुकान पर रेकी की और छह मार्च को टिकू की हत्या कर दी। तीन लोग अंदर गए बाकियों ने बाहर खड़े होकर पहरा दिया। इसके बाद उसकी हत्या कर सभी ने बाहर ललकारे भी मारे, जिसकी सीसीटीवी फुटेज वायरल हुई थी। हत्याकांड के बाद सभी लुधियाना भाग गए थे और वहां से अलग अलग जगह पर निकल गए।