मानसून की एडवांस दस्तक, निगम की सिरदर्दी बढ़ी, जलभराव का खतरा
समय से पहले पहुंचे मानसून ने नगर निगम की सिरदर्दी बढ़ा दी है। नगर निगम ने अभी तक बरसात के पानी से निपटने का इंतजाम नहीं किया और जो प्लानिग की थी उस पर 80 प्रतिशत काम अभी होना था।
जागरण संवाददाता, जालंधर : समय से पहले पहुंचे मानसून ने नगर निगम की सिरदर्दी बढ़ा दी है। नगर निगम ने अभी तक बरसात के पानी से निपटने का इंतजाम नहीं किया और जो प्लानिग की थी, उस पर 80 प्रतिशत काम अभी होना था। अमूमन जुलाई के पहले या दूसरे हफ्ते ही मानसून पंजाब में सक्रिय होता है, ऐसे में नगर निगम जून के आखिरी 20 दिन में ही रोड गलियों और सीवरेज की सफाई पर जोर देता है। इस बार ऐसा नहीं हुआ और मानसून दो सप्ताह पहले ही पंजाब पहुंच गया।
13 जून को मानसून की पहली बरसात हो चुकी है और अगले कुछ दिनों में लगातार बरसात जारी रहने की उम्मीद है। बरसात से किसानों को तो लाभ मिल रहा है लेकिन शहरों में हालात बिगड़ सकते हैं। लोगों को जलभराव परेशान कर सकता है।
खासकर स्लम आबादियों और बस्तियों में जलभराव से लोग परेशान होंगे। शहर में अभी कई सड़कों को सरफेस वाटर, बरसाती सीवरेज, वाटर सप्लाई लाइन के लिए खोदा गया है। सरफेस वाटर प्रोजेक्ट के कारण कई सड़कों का निर्माण भी रोका गया है। ऐसे में इन खस्ताहाल सड़कों पर लोगों की परेशानी बढ़ेगी। निगम ने अभी तक फ्लड कंट्रोल सेंटर भी नहीं बनाया। निचले इलाकों में जलभराव से निपटने के लिए टीमों की भी तैनाती नहीं की है।
-------- बरसाती सीवरेज के लिए खुद ही सड़कें बनेंगी परेशानी
शहर में बरसाती सीवर डालने के लिए कई जगह काम चल रहा है। प्रीत नगर सोढल रोड के आसपास के इलाके, 120 फुट रोड और साथ लगती कालोनियों, लम्मा पिड चौक, सेंट्रल टाउन समेत कई इलाकों में बरसाती सीवरेज के अतिरिक्त डोमेस्टिक सीवरेज से जुड़ी लाइनें डाली जा रही हैं। सरफेस वाटर प्रोजेक्ट के लिए भी सड़कें खोदी गई हैं। इन सड़कों को बरसात से पहले बनाने की योजना थी लेकिन अब यह संभव नहीं हो पाएगा। 120 फुट रोड का प्रोजेक्ट तो वैसे ही कोविड-19 के कारण देरी से चल रहा है और मानसून से पहले पूरा नहीं होना था लेकिन अब प्रीत नगर-सोढल रोड के बरसाती सीवरेज प्रोजेक्ट को भी मानसून में शायद ही इस्तेमाल कर पाएं। सड़कों को रिपेयर करने का काम बड़े प्रोजेक्टों में शामिल हैं लेकिन इन्हें बरसात में बनाना संभव नहीं होगा।
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ग्रैब मशीनों के लिए अब तक ड्रावर नहीं रखे
नगर निगम ने सीवरेज की सफाई के लिए 16 ग्रैब मशीनें खरीदी है लेकिन कई महीने से यह मशीनें निगम की लम्मा पिड वर्कशाप में खड़ी हैं। इन्हें चलाने के लिए निगम के पास ड्राइवर नहीं हैं। निगम ने आउटसोर्स पर ड्राइवर रखने का टेंडर लगा रखा है। इसे फाइनल करने से पहले मानसून आ गया है। जब तक ड्राइवर रखे जाएंगे तब तक मानूसन अपना काम कर चुका होगा।