मनजीत बने डीजेसीए के दूसरे गुट के प्रधान

दोफाड़ हो चुकी डिस्ट्रिक जालंधर केमिस्ट एसोसिएशन (डीजेसीए) के दोनों गुटों को एकजुट करने की कवायद तेज हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 02:53 PM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 02:53 PM (IST)
मनजीत बने डीजेसीए के दूसरे गुट के प्रधान
मनजीत बने डीजेसीए के दूसरे गुट के प्रधान

जागरण संवाददाता, जालंधर : दोफाड़ हो चुकी डिस्ट्रिक जालंधर केमिस्ट एसोसिएशन (डीजेसीए) के दोनों गुटों को एकजुट करने की कवायद तेज हो गई है। स्थानीय होटल में पंजाब केमिस्ट एसोसिएशन (पीसीए) के पदाधिकारियों की मौजूदगी में चुनावी बैठक में दूसरे गुट ने भी मनजीत ¨सह को निर्विरोध प्रधान व ज¨तदर ¨सह चावला को महासचिव निर्वाचित घोषित कर दिया हैं। वहीं दूसरे गुट ने पीसीए की ओर से की गई कार्रवाई को गलत ठहराया है। हालांकि पीसीए के कार्यकारी प्रधान जीएस चावला व महासचिव सुरिंदर दुग्गल ने दोनों को गुटों की बैठक करवा एकजुट करवा संस्था को मजबूत बनाने की बात कही है।

पीसीए के कार्यकारी प्रधान जीएस चावला व महासचिव सुरिंदर दुग्गल ने बताया कि चुनाव के लिए गुलजारी लाल आहुजा की अगुवाई में ते¨जदर पाल ¨सह बिट्टू व संजय चोपड़ा को सहायक चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया था। प्रधान पद के लिए केवल मनजीत ¨सह व महासचिव पद के लिए ज¨तदर ¨सह चावला ने नामांकन पत्र दाखिल किए थे। रविवार को चुनावी बैठक में मौजूद यूनिटों के पदाधिकारियों को चुनाव में उतरने के लिए मौका दिया गया था। किसी ने भी चुनाव मैदान में उतरने के लिए सहमति व्यक्त नहीं। जिसके बाद दोनों को प्रधान व महासचिव निर्वाचित घोषित कर दिया। चुनावी बैठक में 19 में से 13 यूनिटों के प्रधान व महासचिव मौजूद थे।

नशा मुक्त जालंधर बनाने की होगी पहल

प्रधान मनजीत ¨सह व महासचिव ज¨तदर ¨सह चावला ने बताया कि मिशन तंदुरुस्त पंजाब के तहत जिला जालंधर को नशा मुक्त बनाने के लिए बड़े स्तर मुहिम चलाई जाएगी। नशे से मुक्ति पाने के इच्छुक युवाओं को इलाज में पूर्ण सहयोग दिया जाएगा। इसके अलावा नशे का कारोबार करने वाले दवा विक्रेताओं का सहयोग नही दिया जाएगा। दवा विक्रेताओं की मांगों को लेकर कड़ा संघर्ष जारी रहेगा।

दूसरे गुट ने कहा, चुनाव अवैध

डीजेसीए के दूसरे गुट के प्रधान योगेश महाजन व महासचिव गोपाल कृष्ण चुघ ने रविवार को पीसीए की मौजूदगी में हुए चुनाव को अवैध ठहराया है। उन्होंने कहा कि इससे पहले डीजेसीए के पूर्व प्रधान राकेश गुप्ता ने उनके व गोपाल कृष्ण चुघ के साथ पीसीए प्रदेश महासचिव सुरिन्दर दुग्गल के साथ बैठक करने व चुनाव में आने के लिए निमंत्रण देने के लिए गए थे। तब उन्होंने टालमटोल कर वापस लौटा दिया था और रविवार को चुनाव में पहुंच कर पार्टी बन गए हैं जो पीसीए की नीतियों के खिलाफ है। उन्होंने अधिकारों को लेकर जंग जारी रखने की बात कही है। पीसीए प्रदेश सचिव सुरिंदर दुग्गल मानते है कि पूर्व प्रधान दो बार अमृतसर में उन्हें मिलने के लिए आए थे। दोनों बार ही जालंधर में होने वाले चुनाव बाबत विचार नहीं हुआ और न ही पीसीए को इस संबंध में निमंत्रण दिया गया था।

उन्होंने रिटेल केमिस्ट एसोसिएशन, होलसेल केमिस्ट ऑर्गेनाइजेशन व जालंधर के सभी यूनिटों को दोनों गुटों में मतभेद मिटा कर एक करने के लिए पुरजोर प्रयास करने की बात कही। उन्होंने कहा कि रविवार को हुए चुनाव नीतियों के खिलाफ है। उन्होंने आरोप लगाया कि कठार यूनिट हवा में ही खड़ा कर दिया है। चुनाव में भाग लेने के लिए केवल चार यूनिटों के ही प्रधान सचिव पहुंचे थे। अन्य यूनिटों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे जो चुनाव में भाग लेने के योग्य नही माने जाते है। उन्होंने पिछले रविवार को पूरी नीतियों को मद्देनजर रखते हुए चुनाव करवाए थे।

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