आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट या दोनों डोज का प्रमाणपत्र दिखाने पर ही होंगे मां चितपूर्णी के दर्शन

मां चितपूर्णी मंदिर जाने के लिए श्रावण अष्टमी मेले में नेगेटिव रिपोर्ट या टीकाकरण का प्रमाण अनिवार्य किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Aug 2021 08:00 PM (IST) Updated:Sat, 07 Aug 2021 08:00 PM (IST)
आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट या दोनों डोज का प्रमाणपत्र दिखाने पर ही होंगे मां चितपूर्णी के दर्शन
आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट या दोनों डोज का प्रमाणपत्र दिखाने पर ही होंगे मां चितपूर्णी के दर्शन

जागरण संवाददाता, जालंधर : हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना स्थित मां चितपूर्णी मंदिर में नौ से 17 अगस्त तक चलने वाले श्रावण अष्टमी मेले में बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 72 घंटे के भीतर जारी की गई नेगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट या फिर कोविड वैक्सीन के दोनों डोज लगने का प्रमाण पत्र साथ लाना अनिवार्य किया गया है। ऊना के डीसी राघव शर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि श्रावण अष्टमी मेलों के चलते राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने चितपूर्णी तथा अन्य मंदिरों में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पाबंदियां निर्धारित की हैं। इस अवधि के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को जिला की सीमा में प्रवेश करने की सशर्त अनुमति ही प्रदान की जाएगी। नेगेटिव रिपोर्ट या टीकाकरण का प्रमाणपत्र नहीं होने पर श्रद्धालुओं को बार्डर पर ही रोक दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि मेला अधिकारी व पुलिस मेला अधिकारी द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा कि नो मास्क नो दर्शन का नियम सख्ती से लागू हो। निर्धारित शारीरिक दूरी के मापदंडों की अनुपालना व इसके प्रति हर समय सजग रहने के लिए आगंतुकों को जागरूक करना होगा। धार्मिक स्थलों के प्रवेश द्वार पर थर्मल स्केनिग, हैंड सेनिटाइजेशन व वाशिग की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी।

सीमा पर इस तरह की रहेगी व्यवस्था

पुलिस विभाग द्वारा जिला के प्रवेश द्वारों पर अंतरराज्यीय आवाजाही की निगरानी के लिए चेक पोस्ट व नाके लगाए जाएंगे। पुलिस कर्मी कोविड-19 वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र व आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट की जांच करने के बाद ही श्रद्धालुओं की एंट्री होने देंगे। श्रद्धालुओं की अपनी जिम्मेदारी होगी कि धार्मिक यात्रा के लिए निकलते समय घर से निर्धारित दस्तावेज साथ लेकर चलें।

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