मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में करवाया हवन, नवजीत भारद्वाज बोले- जीवन होगा तो कष्ट भी होगा

यज्ञ में उपस्थित मां भक्तों को आहुतियां डलवाने के बाद नवजीत भारद्वाज ने कहा कि व्यक्ति के जीवन में पग-पग पर कष्ट है। धरती पर ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं जिसके जीवन में कोई कष्ट न आया हो। जीवन होगा तो कष्ट भी होगा।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 01:41 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 01:41 PM (IST)
मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में करवाया हवन, नवजीत भारद्वाज बोले- जीवन होगा तो कष्ट भी होगा
जालंधर में मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी में साप्ताहिक हवन यज्ञ करवाया गया।

जागरण संवाददाता, जालंधर। मां बगलामुखी धाम नजदीक लम्मां पिंड चौक होशियारपुर रोड पर स्थित गुलमोहर सिटी में धाम के संस्थापक एवं संचालक नवजीत भारद्वाज की अध्यक्षता में साप्ताहिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ करवाया गया। सबसे पहले पं. अविनाश गौतम एवं पं. पिंटू शर्मा ने नवग्रह, पंचोपचार, षोढषोपचार, गौरी, गणेश, कुंभ पूजन, मां बगलामुखी के निमति माला जाप कर मुख्य यजमान संजीव शर्मा से सपरिवार पूजा अर्चना उपरांत हवन यज्ञ में आहुतियां डलवाईं। यज्ञ में उपस्थित मां भक्तों को आहुतियां डलवाने के बाद नवजीत भारद्वाज ने कहा कि व्यक्ति के जीवन में पग-पग पर कष्ट है।

धरती पर ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं, जिसके जीवन में कोई कष्ट न आया हो। जीवन होगा तो कष्ट भी होगा। जीवन में कष्ट क्यों आते हैं कष्ट आने का कारण हमारा कर्म है। जैसा बीज बोते हैं वैसा ही फल पाते हैं। सुख के बीज बोते हैं तो सुख पाते हैं और कष्ट के बीज बोते होते हैं तो कष्ट पाते हैं। पूर्व में हमने जैसी फसल के बीज बोए होते हैं ,वैसे ही फसल हमें प्राप्त होती है। नवजीत भारद्वाज ने आगे फरमाया कि हमारे कर्मो ने इन कष्टों को सहने की प्रेरणा दी है। सवाल यह उठता है कि कष्ट क्यों सहे जाएं। कष्टों को इसलिए सहना होता है कि इससे आंतरिक शक्ति बढ़ती है कर्म की निर्जरा होती है और व्यक्ति अपने लक्ष्य से विचलित नहीं होता है। जो कष्ट को सहन नहीं करता वह अपने लक्ष्य से भटक जाता है।

कष्ट आने पर घबराएं नहीं बल्कि शूरवीरता का बाना पहन कर उन कष्टों से युद्ध करें। जो कष्टों के आगे हार मान लेते हैं कष्ट उनको घेर लेते हैं। जो कष्टों को देख करके मुस्कुरा देते हैं कष्ट पीछे हट जाते हैं। कष्ट को सहन करने के लिए अपने भीतर धैर्य के गुणों को विकसित करें। जो जितना धैर्यवान होता है वह उतना ही सिहष्णु होता है। जीवन से कष्ट समाप्त नहीं होते कष्टों को स्वीकार करना होता है। कष्टों को हंसते-हंसते सहना सीखें। जो कष्टों को सहता है वहीं मंजिल पर पहुंच पाता है। नवजीत भारद्वाज ने बताया कि प्रत्येक शनिवार को मंदिर परिसर में श्री शनिदेव महाराज जी के निमित्त हवन यज्ञ शाम 7 बजे से 8 बजे तक होगा।

हवन यज्ञ के दौरान सोशल डिस्टेंस एवं सैनिटाइजेशन का खास ध्यान रखा गया। इस अवसर पर सन्नी अरोड़ा, अमरेंद्र कुमार शर्मा, एडवोकेट राज कुमार, मुकेश चौधरी, मोहित बहल, अभिलक्षय चुघ, अशोक शर्मा, जसविंदर सिंह, रोहित बहल, बावा जोशी, गुलशन शर्मा, संजीव, पंकज उपाध्याय, राजेश महाजन, गुरबाज सिंह, अश्विनी शर्मा, मानव शर्मा, बावा खन्ना, राजीव, राकेश, ठाकुर बलदेव सिंह, लक्की, सुनील जग्गी, प्रिंस, राजन पठानिया, पंकज, पप्पू, दीपक, बावा पनीर,प्रवीण सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।

chat bot
आपका साथी