अंतिम बार वर्ष 2014 में जालंधर आए Milkha Singh ने कहा था, मुझे मौत ही हरा सकती है

महान धावक मिल्खा सिंह को जालंधर से काफी प्यार था। वर्ष 2014 में सीटी ग्रुप की ओर से सातवीं सीटी हाफ मैराथन में वह आए थे। मैराथन के साथ मिल्खा सिंह आधा किमी दौड़े। उस समय उनकी आयु 84 वर्ष थी।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 10:22 AM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 10:22 AM (IST)
अंतिम बार वर्ष 2014 में जालंधर आए Milkha Singh ने कहा था, मुझे मौत ही हरा सकती है
महान धावक मिल्खा सिंह का शुक्रवार देर रात निधन हो गया। फाइल फोटो

जालंधर, [कमल किशोर]। फ्लाइंग सिंह के नाम से जाने जाते पद्मश्री मिल्खा सिंह चाहे इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन जालंधर की उनकी यादें हमेशा ताजा रहेंगी। मिल्खा सिंह को जालंधर से काफी प्यार था। वर्ष 2014 में सीटी ग्रुप की ओर से सातवीं सीटी हाफ मैराथन में वह आए थे। मैराथन के साथ मिल्खा सिंह आधा किमी दौड़े। उस समय उनकी आयु 84 वर्ष थी। मैराथन से एक दिन पहले सीटी ग्रुप के चेयरमैन चरणजीत सिंह चन्नी के निवास स्थान माडल टाउन में वह एक रात ठहरे थे। उस समय चन्नी व मिल्खा सिंह के बीच लंबी बातचीत हुई थी। इस चर्चा में चरणजीत सिंह चन्नी के बेटे व सीटी ग्रुप के एमडी मनबीर चन्नी भी साथ थे।

मनबीर चन्नी ने कहा कि मिल्खा सिंह ने बंटवारे के समय पाकिस्तान की कहानी बताई थी कि किस तरह वहां लोगों को मारा जा रहा था। रिफ्यूजी कैंप में रहने के बाद यह चीजें उन्होंने खुद देखी थी। मिल्खा सिंह ने कहा था, मैंने जीवन में कभी हार नहीं मानी। मौत ही मुझे हरा सकती है। मैराथन हिस्सा लेकर भी उन्होंने युवाओं को सेहत का ध्यान रखने व रोजाना व्यायाम करने का संदेश दिया था। युवा पीढ़ी को सादा जीवन के साथ-साथ सही डाइट का सेवन करने के लिए कहा था।

2007 में संसारपुर पहुंचे थे मिल्खा सिंह

वर्ष 2007 में गांव संसारपुर दौरे के दौरान प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे बच्चों के साथ पद्मश्री मिल्खा सिंह। 

हाकी के मक्का कहे जाने वाले गांव संसारपुर को देखने के लिए मिल्खा सिंह वर्ष 2007 को पहुंचे थे। संसारपुर के मैदान में हाकी खेलते खिलाड़ियों को देखकर बहुत खुश हुए थे। संसारपुर में मिल्खा सिंह ओलंपियन कर्नल बलबीर सिंह लेकर आए थे। गांव के ही रहने वाले प्रो. पोपिंदर सिंह कुलार ने बताया कि यहां से कई हाकी के खिलाड़ी निकले हैं। संसारपुर विश्व में मशहूर है, क्योंकि यहां से 14 ओलंपियन निकले हैं। तब मिल्खा सिंह खिलाड़ियों से मिले थे और हाकी खेल के प्रति जज्बा कायम रखने के लिए प्रेरित किया था।

फ्लाइंग सिख से मिले थे युवा राष्ट्र निर्माण वाहिनी संस्था के अध्यक्ष

युवा राष्ट्र निर्माण वाहिनी संस्था के अध्यक्ष सुशील तिवारी चंडीगढ़ में मिल्खा सिंह से मिले थे। सुशील तिवारी ने मिल्खा सिंह को पंजाब के युवाओं की स्थिति के बार में बताया था कि युवा पीढ़ी नशे की दलदल में फंस रही है। मिल्खा सिंह ने कहा था कि युवा पीढ़ी डाइट के साथ-साथ एक्सरसाइज जरूर करे। शरीर स्वस्थ होगा तो वो ठीक रहेंगे।

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