इंस्पायर अवार्ड में नामिनेशन की अंतिम तिथि में हुआ बदलाव, अब इस तारीख तक करवा सकते हैं नाम दर्ज

इंस्पायर अवार्ड के लिए जिन्होंने नामिनेट नहीं किया है वो तुरंत करें। क्योंकि नामिनेशन की तिथी को बढ़ा दिया गया है। पहले 15 अक्टूबर तक नामिनेशन करने का समय दिया गया था। लेकिन अभी बढ़ाकर 24 अक्टूबर कर दिया गया हैष।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 10:38 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 10:38 AM (IST)
इंस्पायर अवार्ड में नामिनेशन की अंतिम तिथि में हुआ बदलाव, अब इस तारीख तक करवा सकते हैं नाम दर्ज
इंस्पायर अवार्ड में नामिनेशन की अंतिम तिथि में बदलाव किया गया है।

जालंधर [अंकित शर्मा]। देश भर के विद्यार्थियों के बेहतरीन आइडियाज के जरिये उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए इंस्पायर अवार्ड ‘मानक’ करवाया जाता है। अगर आपने अपने प्रतिभावान बच्चे का नाम अभी तक इंस्पायर अवार्ड के लिए नामिनेट नहीं किया है तो तुरंत करें। क्योंकि इसमें नामिनेशन की तिथि को 15 अक्टूबर से बढ़ाकर 24 अक्टूबर तक कर दिया है। इसमें छठी से दसवीं या दस से 15 साल के विद्यार्थियों की तरफ से नामिनेशन की जा सकती है।

विद्यार्थी किसी भी क्षेत्र में अपना कोई भी नया आइडिया व इनोवेशन के तहत अपनी नामिनेशन पोर्टल पर अपलोर्ड कर सकते है। बता दें कि वर्ष 2021-22 के लिए इंस्पायर अ‌वार्ड के अधीन 15 जुलाई से 15 अक्टूबर तक आनलाइन नामिनेशन वेब पोर्टल के जरिये नामिनेशन की अंतिम तिथि रखी गई थी। स्कूलों की तरफ से विद्यार्थियों से बेहतरीन पांच आइडियाज के तहत नामिनेशन की जा सकती है। बस ध्यान इस बात का रखना है कि भेजी जाने वाली नामिनेशन ओरिजनल ही हो अर्थात कहीं के किसी प्रकार के कापी न की गई है। क्योंकि इसका उद्देश्य ही विद्यार्थियों की बेहतरीन सोच व आइडिएशन को बाहर लाकर उन्हें उसके लिए प्रोत्साहित करना है। ताकि इस तरह के प्रयासों से विद्यार्थियों में छोटी से उम्र में साइंटिफिक सोच को जागृति व बढ़ाया जा सके। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते ही ही यह इंस्पायर अवार्ड प्रत्येक वर्ष करवाया जाता है और विद्यार्थियों के आइडियाज की परख, जोन, राज्य और उसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर परखा जाता है।

राष्ट्रीय स्तर पहुंचने वाले विद्यार्थियों के आइडियाज को साकार करने के लिए इनोवेशन टीम के साथ काम करने का भी अवसर मिलता है और ट्रेनिंग भी दी जाती है। विद्यार्थियों की तरफ से भेजे गए ओरिजनल आइडियाज व इनोवेशन के आधार पर प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए दस हजार रुपये की राशि भी प्रति विद्यार्थियों के हिसाब से दी जाती है। यह राशी सीधे विद्यार्थी को ही दी जाती है, ताकि इसमें किसी प्रकार से कोई भी गड़बड़ी की गुंजाइश ही न रहे।

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