लद्देवाली आरओबी: मैनहोल बनाने का काम शुरू, बीएसएनएल की केबल कटने से सेवाएं प्रभावित
लद्देवाली रेलवे क्रासिग के ऊपर ओवरब्रिज बनाए जाने की प्रक्रिया के तहत भूमिगत सीवरेज शिफ्टिंग के लिए खोदाई का काम जारी है।
जागरण संवाददाता, जालंधर: श्री माता वैष्णो देवी कटरा- जालंधर छावनी रेलखंड पर स्थित लद्देवाली रेलवे क्रासिग के ऊपर ओवरब्रिज बनाए जाने की प्रक्रिया के तहत भूमिगत सीवरेज शिफ्टिंग के लिए खोदाई का काम जारी है। सोमवार को सीवरेज लाइन शिफ्टिंग के लिए 27 फुट नीचे मैनहोल बनाने का काम शुरू कर दिया है। मैनहोल से शिफ्टिग के लिए नई पाइपलाइन कनेक्ट की जा सकेगी। कनेक्ट की जाने वाली नई सीवरेज लाइन संभवत दाई तरफ बिछाई जाएगी। इसके लिए बीबीएमबी परिसर के अंदर तक खोदाई का काम शुरू हो गया है। खोदाई के चलते निर्माण साइट के ऊपर मिट्टी के ढेर लगे हैं। इस वजह से कोट रामदास आबादी का वैकल्पिक मार्ग प्रभावित है। हालांकि दोपहिया वाहन मिट्टी के बीच में से रास्ता बनाते हुए बमुश्किल निकल पा रहे हैं, लेकिन चौपहिया वाहनों का निकलना है।
वहीं दूसरी तरफ खोदाई के चलते भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनल) की भूमिगत केबल भी कट गई है। इसकी वजह से भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) कार्यालय में दूरसंचार सेवाएं प्रभावित हुई हैं। बीएसएनएल रामा मंडी कार्यालय की तरफ से मौके पर अपने मुलाजिम भेज कर केबल को ठीक करवाने की कोशिश शुरू की गई है।
रविवार को भी विभिन्न टेलीकाम कंपनियों की तरफ से खोदाई के दौरान कट रही केबल को लेकर हंगामा किया था और कुछ देर के लिए काम रोकना पड़ा था। हालांकि पुलिस के हस्तक्षेप के बाद काम दोबारा शुरू कर लिया गया था। खोदाई कर रही निजी कंपनी के एसोसिएट इंजीनियर ने तर्क दिया कि 27 फुट नीचे खोदाई के दौरान केबल को देखना असंभव है। इस वजह से केबल कट रही है। कंपनी ने दावा किया था कि किसी भी टेलीकाम कंपनी के पास भूमिगत डाली गई केबल का रूट डिजाइन उपलब्ध नहीं है। कंपनी का दावा यह भी है कि टेलीकाम कंपनियों के मुलाजिमों के अपने पास ही केबल को लेकर कोई पुख्ता जानकारी नहीं है।