हड़ताल के चलते लैबोरेटरी रही बंद, नहीं हुए टेस्ट
सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात लैब टेक्नीशियंस ने मांगों को लेकर दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के बाहर रोष प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, जालंधर : सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात लैब टेक्नीशियंस ने मांगों को लेकर दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के बाहर रोष प्रदर्शन किया। लैब टेक्नीशियंस ने कामकाज ठप कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हड़ताल की वजह से मेडिकल करवाने वाले लोगों को निराश लौटना पड़ा। अस्पताल में केवल इमरजेंसी टेस्ट ही किए गए। टेस्ट न करवाने की वजह से अस्पताल से 150 के करीब लोग बैरंग लौटे। सिविल सर्जन आफिस में नई सर्विस पाने वाले लोगों को टेस्ट करवाने के लिए भेजा परंतु उन्हें सेवाएं न मिलने से निराश लौटना पड़ा। प्रधान सुखविदर सिंह ने कहा कि सरकार ने छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू कर मुलाजिमों की जेब से पैसे पर डाका डालने का प्रयास किया है। इसके अलावा लंबे अर्से से लंबित मांगों को लेकर भी सरकार चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने मंगलवार को भी हड़ताल जारी रखने की बात कही। इस मौके पर चेयरमैन प्रकाश सिंह फतेहबादी, लखविदर सिंह, इस्काइल गिल, हरबंस लाल, हरदीप सिंह, सर्बजीत लाल, हरपाल सिंह, प्रताप सिंह, करनैल सिंह, निशा आर्य, जसपाल, रमन कुमार, अशोक कुमार, रणजीत सिंह, बलजिदर सिंह, नवजीत कौर, प्रेमजीत, अमिता अग्रवाल, अमन ज्योति, हरविदर जीत कौर, सुखविदर सिंह के अलावा एसोसिएशन के अन्य सदस्य व पदाधिकारी मौजूद थे।