वेस्ट हलके में केपी की एंट्री, मेयर का समर्थन भी मिला

सूबे की सियासत बदलने के साथ ही जालंधर में भी सियासत अब नए रंग में दिखने लगी है। लंबे अर्से से शहर की राजनीति में हाशिए पर चल रहे कांग्रेस के सीनियर नेता मोहिदर सिंह केपी की एक बार फिर चढ़त दिखने लगी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 09:23 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 09:23 PM (IST)
वेस्ट हलके में केपी की एंट्री, मेयर का समर्थन भी मिला
वेस्ट हलके में केपी की एंट्री, मेयर का समर्थन भी मिला

जागरण संवाददाता, जालंधर : सूबे की सियासत बदलने के साथ ही जालंधर में भी सियासत अब नए रंग में दिखने लगी है। लंबे अर्से से शहर की राजनीति में हाशिए पर चल रहे कांग्रेस के सीनियर नेता मोहिदर सिंह केपी की एक बार फिर चढ़त दिखने लगी है। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से करीबी रिश्तेदारी के कारण केपी का सिक्का एक बार फिर चल पड़ा है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मेयर जगदीश राज राजा ने केपी के घर जाकर न सिर्फ संबंध सुधारे हैं बल्कि जालंधर वेस्ट हलके के आसपास मुख्यमंत्री के बधाई वाले बोर्ड भी लगा दिए हैं। मेयर के मुख्यमंत्री को बधाई वाले बोर्ड पहले सिर्फ अपनी फोटो के साथ थे, लेकिन अब मोहिदर सिंह केपी की फोटो के साथ भी बोर्ड लग गए हैं। वेस्ट हलके की एक एंट्री माने जाते फुटबाल चौक में लगा बोर्ड चर्चा में है।

इससे यह भी स्पष्ट हो गया कि आगामी विधानसभा चुनाव में वेस्ट हलके की सियासत भी खूब गर्म रहेगी। मोहिदर सिंह केपी वेस्ट हलके से ही चुनाव लड़ते रहे हैं, लेकिन पिछले चुनाव में हाईकमान ने केपी का टिकट काटकर युवा सुशील रिकू को दिया था। सुशील रिकू ने बड़ी जीत दर्ज की थी और वह पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के बेहद करीब चले गए थे। सीएम की कुर्सी से कैप्टन अमरिदर सिंह की विदाई के बाद बने हालात में मोहिदर सिंह केपी को मजबूती मिली है। केपी भी पिछले कुछ दिन से वेस्ट हलके में सक्रिय हो गए हैं। केपी के पुराने समर्थक भी वापस लौटने लगे है। चुनाव के दौरान यह राजनीति और गर्म होगी, जब टिकट के लिए जोर लगेगा। विधायक सुशील रिकू को अभी से अपनी जमीन और बिखर रही टीम पर पकड़ मजबूत करनी होगी। मोहिदर सिंह केपी ने पिछला चुनाव आदमपुर विधानसभा सीट से लड़ा था। हालांकि उनका झुकाव हमेशा ही वेस्ट हलके पर रहा है।

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