केसरी के रंग में रंगी जालंधर की होली, सारे शोज रहे हाउस फुल, जानें क्या रही लोगों की राय
जीत और हार के तराजू में न तोलकर देशभक्ति का जज्बा केसरी में देखने को मिलेगा। जोशीले डायलॉग्स अक्षय की एक्टिंग और सिखों की अदभुत शौर्यगाथा पंजाबियों में जोश भर देगी।
जेएनएन, जालंधर : जीत और हार के तराजू में न तोलकर देशभक्ति का जज्बा केसरी में देखने को मिलेगा। जोशीले डायलॉग्स, अक्षय कुमार की शानदार एक्टिंग और सिखों की अदभुत शौर्यगाथा पंजाबियों में जोश भर देगी। जालंधर में भी होली के रंग में केसरिया रंग के आगे फीके पड़ गए। रिलीज के पहले दिन ही शोज हाउस फुल रहे।
सारागढ़ी के युद्ध पर आधारित है फिल्म
केसरी फिल्म सारागढ़ी के युद्ध पर आधारित है। 12 सितंबर 1897 में सारागढ़ी का युद्ध का हुआ था, जब एक आर्मी पोस्ट पर ब्रिटिश सेना के तौर पर 21 सिख तैनात थे। उन सिखों पर 10 हजार अफगानों ने हमला कर दिया था। इस लड़ाई में टुकड़ी का नेतृत्व हवलदार ईशर सिंह ने किया था और सभी लड़ाकों ने भागने की बजाय अपनी मौत को गले लगाना बेहतर समझा था। हालांकि इससे पहले उन्होंने अफगानों को धूल चटा दी थी लेकिन उन्हें हरााने में वे असर्मथ रहे थे। छोटी सी कहानी वीरता की गहरी छाप छोड़ जाती हैं जोकि सदियों बाद याद की जाती है।
आत्मसम्मान और गौरव की लड़ाई
आत्मसम्मान और गौरव की लिए लड़ी गई लड़ाइयों में भले जीत दुश्मन की हो, मगर अढ़ाई घंटे की फिल्म में शौर्यगाथा को सलाम करने का मन चाहेगा। वहींं गुलाम कश्मीर में की गई एयर स्ट्राइक के बाद देशभक्ति की लहर जोरों पर है और इसका फिल्म को फायदा मिल रहा है। हालाांकि फिल्म का फस्र्ट हाफ बहुत धीमा है। इंटरवल तक किरदार के परिचय ही नजर आते हैं। इंटरवल के बाद युद्ध की कहानी शुरू होती है। युद्ध के दृश्यों में स्टंट गजब के हैं जो अक्षय कुमार पर जच रहे हैं।
सिखों के इतिहास को देखकर गौरव की अनूभूति
फिल्म देखकर आए परमदीप ने बताया कि केसरी में सिखों के इतिहास को देखकर गौरव की अनूभूति होती है। इस तरह की फिल्में राष्ट्रवाद के लिए एक मील का पत्थर साबित होंगी। वहीं कमलदीप और सन्नी का कहना था कि अढ़ाई घंटे की फिल्म में अक्षय कुमार की भूमिका सराहनीय रही। जो लोग सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक पर सवाल खड़ा करते हैं ऐसी फिल्में उनके मुंह पर तमाचा है। इसके अलावा रचिन गुप्ता के मुताबिक फिल्म मनोरंजन से भरपूर थी। एयर स्ट्राइक के बाद निर्देशकों को ऐसी और फिल्में बनानी चाहिए ताकि देश की युवा पीढ़ी में देशभक्ति का संचार हो सके।।
कहां कितने शो
-पीवीआर एमबीडी 13 शो।
-क्यूरो 15 शो।
-कार्निवल सिनेमा 15 शो।
-सरब मल्टीप्लेक्स 12 शोज।
शोज की टाइमिंग
पीवीआर : एमबीडी
3.30 बजे
4.30 बजे
5.50 पर
6.45 बजे
7.45 बजे
10.00 बजे
11.बजे
पीवीआर: क्यूरो
2.55 पर
4 बजे
5.05 बजे
6.10 पर
7.15 बजे
8.20 पर
9.25 पर
10.30 बजे
10.55 पर
कार्निवल सिनेमा
4 बजे
4.45 बजे
5.45 पर
6.45 पर
7.45 पर
8.45 पर
9.45 पर
10.45 पर
11.30 बजे
सर्ब मल्टीप्लेक्स
4.00 बजे
6.00 बजे
7.00 बजे
9.00 बजे
9.25 पर
9.55 पर