पंजाब में मीटर रीडरों पर फिर उठा सवाल, अस्थायी नियुक्ति के हक में नहीं हैं पावरकॉम के जूनियर इंजीनियर्स
काउंसिल ऑफ जूनियर इंजीनियर्स पीएसईबी के अस्थाई मीटर रीडर कम रीडिंग लेकर पावरकॉम की आंखों में धूल झोंक रहे हैं। पावरकॉम को मीटर रीडर स्थायी रूप से रखने चाहिए ताकि कोई मीटर रीडर गलत रीडिंग ना ले सके।
जालंधर, जेएनएन। पिछले दिनों गलत मीटर रीडिंग विवाद के बाद पावरकॉम ने मीटर रीडरों पर कार्रवाई की थी। अब इसमें नया मोड आ गया है। काउंसिल ऑफ जूनियर इंजीनियर्स पीएसईबी के सदस्य पावरकॉम की ओर से आउटसोर्सिंग पर मीटर रीडर रखने के हक में नहीं हैं। उन्होंने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। सदस्यों का कहना है कि मीटर रीडर पावरकॉम को बिल के नाम पर चूना लगा रहे हैं। वे कम रीडिंग लेकर पावरकॉम की आंखों में धूल झोंक रहे हैं। मीटर रीडर पावरकॉम के राजस्व को नुकसान पहुंचा रहे है। सदस्यों ने कहा कि पावरकॉम को मीटर रीडर स्थायी रूप से रखने चाहिए ताकि कोई भी मीटर रीडर गलत रीडिंग ना ले सके।
आठ मीटर रीडरों को निकला चुका है पावरकॉम
पावरकॉम के इंफोर्समेंट विंग की टीम ने विभिन्न इलाकों में दबिश कर कम रीडिंग वाले बिजली मीटर को कब्जे में ले चुकी है। जिन मामलों में कम रीडिंग पाई गई थी। पावरकाम ने कंपनी को मीटर रीडर पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा था। फिलहाल, अब तक आठ मीटर रीडरों को निकाला जा चुका है। उन पर आरोप है कि उन्होंने उपभोक्ता के बिजली मीटर की कम रीडिंग लेकर मीटर की धुंधली फोटो विभाग के पास भेजी थी।
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पंजाब भर में 500 मीटर रीडर ट्रायल पर रख रहा पावरकॉम
पावरकॉम के डायरेक्टर कार्मिशियल इंजीनियर गोपाल शर्मा ने कहा कि पावरकॉम की ओर से राज्य भर में 500 मीटर रीडर ट्रायल पर रखे जा रहे है। अगर ट्रायल सही रहा तो मीटर रीडर विभाग में रखने की उम्मीद होगी। फिलहाल बिजली चोरी करने वालों पर विभाग सख्त से सख्त कार्रवाई करें।