पर्यावरण के प्रति जागरूकता के लिए की 4500 किलोमीटर की पैदल यात्रा
अवतार नगर के रहने वाले साहिल भगत ने लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया।
संवाद सहयोगी, जालंधर
अवतार नगर के रहने वाले साहिल भगत ने लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए लद्दाख से कन्याकुमारी तक पैदल यात्रा की। विभिन्न राज्यों की सभ्यता और संस्कृति को जानने के साथ-साथ लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया।
उन्होंने लोगों को प्लास्टिक के नुकसान बताए। यात्रा के दौरान उन्हें बारिश, आंधी, तूफान और तेज धूप का सामना करना पड़ा, लेकिन हिम्मत नहीं हारी और अपनी यात्रा पूरी की।
28 वर्षीय साहिल के पिता परमेश कुमार सर्जिकल कैंची बनाने का काम करते हैं। लोगों को पर्यावरण के लिए जागरूक करने को लेकर उन्होंने अपनी मार्केटिग की नौकरी छोड़ दी और एक नई जिदगी के सफर पर चल पड़े। उनका मानना था कि भ्रमण करने के लिए जरूरी नहीं है कि पैसा ही खर्च किया जाए। उनके पिता ने उन्हें एक ही बात कही थी कि जो जुनून और हिम्मत लेकर घर से निकला हो उसी के साथ सफर जारी रखना। कभी हार मत मानना। साहिल ने बताया कि श्रीनगर में वह जहां पर रुके थे, वहीं पास में कुछ घंटों बाद बाजार में आतंकियों ने बम फेंक कर विस्फोट किया था। लोग प्लास्टिक का कम से कम इस्तेमाल करें
साहिल बताते हैं कि मैंने इस यात्रा के दौरान पाया कि बीच पर लोग बोतलें या प्लास्टिक के अन्य चीजें फेक जाते हैं, जो कि हमारे पर्यावरण की सुंदरता को नष्ट कर रहे। प्लास्टिक का इस्तेमाल कम करें। अगर यात्रा करने का मन है तो यह मत सोचें कि पैसा कहां से आएगा। बिना खर्च किए भी आप बहुत कुछ कर सकते हैं। अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने 79 गाड़ियों से लिफ्ट ली थी।