श्री योग वेदांत सेवा समिति ने की संत आशाराम की रिहाई की मांग, जालंधर में डीसी को सौंपा ज्ञापन
श्री योग वेदांत सेवा समिति ने वीरवार को संत आशाराम बापू की रिहाई की मांग करते हुए यहां डीसी घनश्याम थोरी को ज्ञापन सौंपा। समिति के सदस्यों ने कहा कि संत आशाराम की 84 वर्ष की उम्र को देखते हुए विशेष देखरेख में उनकी चिकित्सा अनिवार्य हो गया है।
जालंधर, जेएनएन। श्री योग वेदांत सेवा समिति ने वीरवार को संत आशाराम बापू की रिहाई की मांग करते हुए यहां डीसी घनश्याम थोरी को ज्ञापन सौंपा। समिति ने प्रशासन से मांग की कि संत आशाराम को रिहा किया जाए। समिति प्रमुख व महिला मंडल की सदस्य अर्चना ने कहा कि जिनके सत्संग सान्निध्य से करोड़ों के दोष छूटे और जीवन का सर्वांगीण विकास हुआ, ऐसे संत आशाराम जी निर्दोष हैं। उन्हें साढ़े सात साल से कारावास में रखा गया है। एक दिन की जमानत तक भी नहीं दी गई। उन्हें शीघ्र रिहा किया जाए।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना महामारी से पूरा देश जूझ रहा है। जोधपुर कारावास में 1500 कैदियों के बीच रहने के कारण उन्हें कोरोना संक्रमण ने भी अपने चपेट में ले लिया है। जेल जाने के बाद से उनके स्वास्थ्य में काफी गिरावट भी आई है। इसकी क्षतिपूर्ति करने के लिए संत आशाराम की 84 वर्ष की उम्र को देखते हुए विशेष देखरेख में उनकी चिकित्सा करना अत्यंत अनिवार्य हो गया है। जेल में पुन: संक्रमण की प्रबल आशंका है। इसलिए संत आशाराम को उनकी इच्छानुसार तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए और उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए । इस मौके पर समिति के प्रमुख यशपाल शर्मा, अनिल दिवेदी, सुरिंदर शर्मा, बिट्टन कपूर, तिलक राज, प्रदीप, विकास, अमन, महिला उत्थान मंडल की सदस्य पूनम, रजनी, अर्चना मौजूद रहीं।