शिक्षकों ने घरों की छतों पर काले झंडे लहरा पंजाब सरकार के खिलाफ जताया रोष

अध्यापकों ने मांग की है कि उनकी पेंडिंग मांगों को जल्द माना जाए और उन पर दर्ज किए गए पुलिस केस बिना किसी शर्त वापस लिए जाएं।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 03:17 PM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 03:17 PM (IST)
शिक्षकों ने घरों की छतों पर काले झंडे लहरा पंजाब सरकार के खिलाफ जताया रोष
शिक्षकों ने घरों की छतों पर काले झंडे लहरा पंजाब सरकार के खिलाफ जताया रोष

जालंधर, जेएनएन। गवर्नमेंट टीचर्स यूनियन के आह्वान पर अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ बुधवार को वगार दिवस मनाया। अध्यापकों ने अपने घरों की छतों पर जाकर हाथों में काले झंडे और तख्तियां पकड़ कर रोष व्यक्त किया। बंगार दिवस सभी अध्यापक व यूनियन लीडर अपने घर से ही सरकार के खिलाफ परिवार सहित रोष व्यक्त कर रहे थे। सभी ने मिलकर मांग की है कि अध्यापकों की पेंडिंग मांगों को जल्द लागू किया जाए और उन पर दर्ज किए गए पुलिस केस बिना किसी शर्त वापस लिए जाएं।

साथ ही, शिक्षा विभाग में काम करते कच्चे मुलाजिमों को रेगुलर किया जाए, बेवजह कम की गईं पोस्टों को फिर से बहाल किया जाए, मोबाइल भत्ते की कटौती लगाने का फैसला वापस लिया जाए, कंप्यूटर अध्यापकों को शिक्षा विभाग में शामिल कर रेगुलर किया जाए, डीए की बकाया किस्त जारी जल्द की जाए आदि मांगों को उठाया।

जालंधर में परिवार के साथ काले झंडे हाथ में लेकर पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करती हुई एक शिक्षक।

जिला इकाई के महासचिव गणेश भगत ने कहा कि राज्य सरकार पिछले साढ़े तीन साल से मुलाजिमों के साथ किए वादे पूरा करने के बजाए टालमटौल कर रही है। यही कारण है कि बार-बार अध्यापकों को अपनी मांगों के लिए संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ रहा है। इस दौरान बंगार दिवस मनाने में कोमल रंधावा, गगन कुमार, कृष्ण लाल, बलजीत कुमार, प्रणाम सिंह सैनी, रामपाल माहे, विनोद भट्टी, हरमनजोत सिंह, रगजीत सिंह, शशि भगत, आशा कलेर, हेमराज आदि शामिल हुए।

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