सिख तालमेल कमेटी ने कहा- श्री गुरु ग्रंथ साहिब के गायब पावन स्वरूपों को लेकर गंभीरता दिखाएं जत्थेदार हरप्रीत सिंह

जालंधर की सिख तालमेल कमेटी ने कहा कि कौम को एकजुट करने में एसजीपीसी और श्री अकाल तख्त साहिब की भूमिका अहम है। दोनों संस्थाओं को पंथ से संबंधित मसलों का जल्द से जल्द समाधान करना चाहिए ताकि विवादों से बचा जा सके।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 02:49 PM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 02:49 PM (IST)
सिख तालमेल कमेटी ने कहा- श्री गुरु ग्रंथ साहिब के गायब पावन स्वरूपों को लेकर गंभीरता दिखाएं जत्थेदार हरप्रीत सिंह
कमेटी के नेताओं ने कहा कि एसजीपीसी व श्री अकाल तख्त साहिब को पंथ से जुड़े मसले जल्द सुलझाने चाहिए।

जालंधर, जेएनएन। जिले के सिख संगठनों ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब के गायब हुए 328 पावन स्वरूपों की तलाश के लिए श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार हरप्रीत सिंह को गंभीरता दिखाने की मांग की है। रविवार को इस संबंध में हुई बैठक के दौरान सिख तालमेल कमेटी के प्रमुख तेजिंदर सिंह परदेसी, हरपाल सिंह चड्ढा, परमिंदर सिंह दशमेश नगर, हरप्रीत सिंह नीटू और जितेंद्र पाल सिंह मझैल ने कहा कि आए दिन शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और टास्क फोर्स के बीच हो रहे टकराव का भी यही प्रमुख कारण है। अगर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी गायब हुए स्वरूपों की तलाश जल्द पूरा कर दे तो इससे बचा जा सकता है।

उन्होंने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब के साथ सिखों की धार्मिक भावनाएं जुड़ी हुई हैं। पंथ विरोधी ताकतें कौम को कमजोर करने पर तुली हुई हैं। उनका मुकाबला करने के साथ-साथ खुद का अस्तित्व मजबूत करने के लिए समूची सिख कौम को एकजुट होना होगा। इसमें एसजीपीसी और श्री अकाल तख्त साहिब की भूमिका अहम है। इन दोनों सम्मानीय संस्थाओं को पंथ से संबंधित मसलों का जल्द से जल्द समाधान करके विवाद को पैदा ही नहीं होने देना चाहिए।

इस अवसर पर उनके साथ बलदेव सिंह गतका मास्टर, विक्की खालसा, नरेंद्र सिंह राजनगर, हरप्रीत सिंह रोबिन, हरप्रीत सिंह सोनू, हरपाल सिंह पाली, बाबा हरजीत सिंह, सरबजीत सिंह खालसा, प्रभजोत सिंह खालसा, जितेंद्र पाल सिंह कोहली, भूपेंद्र सिंह बड़िंग, लखबीर सिंह लक्खा, गुरदीप सिंह व मनिंदर सिंह भाटिया मौजूद थे।

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