जालंधर के प्रोजेक्टों पर कोविड-19 का साया, नहीं शुरू हो पाया पास हो चुके पीएपी आरओबी का निर्माण

अरसे बाद महानगर जालंधर में कई प्रोजेक्ट पास किए गए थे जिनसे मुख्यता महानगर की जर्जर हो चुकी यातायात व्यवस्था को सुधारा जा सकता था। कोविड-19 संक्रमण की गंभीरता के कारण पास हो चुके कई प्रोजेक्ट पूरी रफ्तार से शुरू नहीं हो पा रहे हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 04:48 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 04:48 PM (IST)
जालंधर के प्रोजेक्टों पर कोविड-19 का साया,  नहीं शुरू हो पाया पास हो चुके पीएपी आरओबी का निर्माण
गंभीर कोविड हालात के कारण जालंधर में कई विकास कार्य रुक गए हैं। जागरण

जालंधर, [मनुपाल शर्मा]। दुनिया भर को अपनी जद में ले चुके कोविड-19 संक्रमण ने महानगर के विकास प्रोजेक्टों पर भी बुरे तरीके से असर डाला है। हालात यह है कि पास हो चुके प्रोजेक्ट भी पूरी रफ्तार से शुरू नहीं हो पा रहे हैं और अधर में लटके नजर आ रहे हैं। अरसे बाद महानगर जालंधर में कई प्रोजेक्ट पास किए गए थे, जिनसे मुख्यता महानगर की जर्जर हो चुकी यातायात व्यवस्था को सुधारा जा सकता था।

नेशनल हाईवे के ऊपर एक अतिरिक्त तीन लेन पीएपी रेलवे ओवर ब्रिज बनाने का प्रोजेक्ट भी हरी झंडी ले चुका है लेकिन कोविड-19 के चलते निर्माण साइट के ऊपर काम ही शुरू नहीं हो पा रहा है। संबंधित विभागों से कोविड-19 के कारण जरूरी अप्रूवल नहीं मिल पा रहे हैं। इस ओवरब्रिज के चालू हो जाने के बाद जालंधर शहर के भीतर चाहने वाले ट्रैफिक को सीधा अमृतसर-पठानकोट जाने के लिए हाईवे पर प्रवेश मिलना है।

इसी तरह से करतारपुर के नजदीक से शुरू होकर नकोदर रोड की तरफ जाने वाले जालंधर बाईपास प्रोजेक्ट की भी गति नहीं पकड़ पा रही है। इस वजह से प्रोजेक्ट पर काम शुरू होना निकट भविष्य में नजर नहीं आ रहा है। इस बाईपास के चालू हो जाने से अमृतसर, जम्मू एवं होशियारपुर की तरफ से आने वाले ट्रैफिक की वजह से लगने वाले जाम से निजात मिलनी है और ट्रैफिक को शहर में प्रवेश करने से पहले ही सीधे दिल्ली हाईवे पर एंट्री मिल जानी है।

आरओबी और रेलवे अंडर पास भी लटके

माता वैष्णो देवी कटरा-जालंधर छावनी रेलखंड पर स्थित वाली रेलवे क्रॉसिंग के ऊपर ओवरब्रिज बनाने की प्रक्रिया भी अत्यंत धीमी है। गुरु नानक पुरा रेलवे क्रॉसिंग के ऊपर ओवरब्रिज एवं दोकोहा रेलवे क्रॉसिंग कि नीचे अंडरपास बनाए जाने का प्रावधान है लेकिन यह दोनों अति जरूरी प्रोजेक्ट भी फिलहाल अधर में ही लटके हुए हैं।

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