जालंधर में आरटीए और रोडवेज की जॉइंट चेकिंग में फिर 7 बसों के चालान
जालंधर में एक बार फिर से पंजाब रोडवेज और सचिव आरटीए की तरफ से अवैध बसों की संयुक्त तौर पर चेकिंग की गई। बुधवार को नेशनल हाईवे पर की गई चैकिंग के दौरान 7 बसों के चालान काटे गए।
जालंधर, जेएनएन। कुछ दिन पहले कार्रवाई के बाद एक बार फिर पंजाब रोडवेज और सचिव आरटीए की तरफ से अवैध बसों की संयुक्त तौर पर चेकिंग की गई। बुधवार को नेशनल हाईवे पर की गई चेकिंग के दौरान 7 बसों के चालान काटे गए। शाम चार बजे से लेकर छह बजे तक 2 घंटे चेकिंग अभियान चलाया गया। इससे पहले गत सोमवार को सचिव आरटीए के साथ भी जॉइंट चेकिंग की गई थी। तब भी सात बसों के ही चालान काटे गए थे।बुधवार को चलाए गए चेकिंग अभियान में सचिव आरटीए बरजिंदर सिंह, पंजाब रोडवेज जालंधर के जनरल मैनेजर नवराज बातिश के अलावा परिवहन विभाग और रोडवेज की टीम शामिल थीं।
बता दें कि पिछले कई वर्षों से जालंधर से हो रहे अवैध बसों के संचालन का मामला परिवहन मंत्री के दरबार में पहुंचा था। इसके बाद संयुक्त चेकिंग की जा रही है। पंजाब रोडवेज की तरफ से कुछ अरसा पहले एक रिपोर्ट भी तैयार की गई थी, जिसमें जालंधर से रोजाना 5 दर्जन के करीब अवैध बसों का परिचालन होना पाया गया था। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि ये बसें कब और कहां से चलती हैं और किस रूट पर सवारियों को ले जाती हैं।
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लॉकडाउन में फला-फूला अवैध बस माफिया
जालंधर में कोरोना महामारी के दौरान लगे कर्फ्यू और उसके बाद लॉकडाउन के कारण लोगों का अन्य राज्यों में जाना मुश्किल हो गया था। केंद्र सरकार ने रेल सेवाएं तो राज्य सरकार ने अंतरराज्यीय बस सेवाएं बंद कर दी थी। इसके बाद जालंधर में बड़ी संख्या में रहने वाले उत्तर प्रदेश और बिहार के श्रमिकों की मजबूरी का अवैध बस माफिया ने जमकर फायदा उठाया। उन्होंने उत्तराखंड, यूपी और बिहार तक के लिए मनमाना किराया वसूल कर बसें चलाईं।