जालंधर के तहसील कांपलेक्स में तीसरे दिन भी नहीं पहुंचे रेवेन्यू अधिकारी, सूना रहा सब रजिस्ट्रार कार्यालय

जालंधर में रेवेन्यू अधिकारियों की हड़ताल जारी रही। जिसके तहत तहसील कांपलेक्स में स्थित सब रजिस्ट्रार कार्यालय तथा तहसीलदार के आफिस खाली रहे। तरनतारन में तहसीलदार के खिलाफ मामला दर्ज करने के विरोध में राज्य भर में रेवेन्यू अधिकारी हड़ताल पर चल रहे हैं।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 02:43 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 02:43 PM (IST)
जालंधर के तहसील कांपलेक्स में तीसरे दिन भी नहीं पहुंचे रेवेन्यू अधिकारी, सूना रहा सब रजिस्ट्रार कार्यालय
पंजाब में रेवेन्यू अधिकारियों की हड़ताल जारी है।

जालंधर, जेएनएन। पंजाब रेवेन्यू आफिसर एसोसिएशन के आह्वान पर लगातार तीसरे दिन भी रेवेन्यू अधिकारियों की हड़ताल जारी रही। जिसके तहत तहसील कांपलेक्स में स्थित सब रजिस्ट्रार कार्यालय तथा तहसीलदार के आफिस खाली रहे। यही कारण रहा कि दिन भर ना तो किसी तरह की रजिस्ट्री हो सकी तथा ना ही इंतकाल या फिर फर्द संबंधी काम हो सका।

दरअसल तरनतारन में तहसीलदार के खिलाफ मामला दर्ज करने के विरोध में राज्य भर में रेवेन्यू अधिकारी हड़ताल पर चल रहे हैं। पंजाब रेवेन्यू आफिसर एसोसिएशन के आह्वान पर 3 मई से लेकर 8 मई तक लगातार हड़ताल रखने का फैसला लिया हुआ है। इसके बाद भी मांगे पूरी ना होने पर अगली रणनीति तैयार करने की घोषणा पहले से ही की गई थी। इस बारे में एसोसिएशन के प्रधान गुरदेव सिंह बताते हैं कि रेवेन्यू अधिकारियों के साथ किसी तरह की धक्केशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना संबंधी कार्यों को छोड़कर अन्य तमाम तरह की रजिस्ट्रेशन का काम नहीं किया जाएगा।

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यह भी पढ़ेंः एनएचएम मुलाजिमों की हड़ताल से कामकाज ठप

जालंधर। नेशनल हेल्थ मिशन के तहत सेहत विभाग में ठेके पर तैनात मुलाजिमों ने मांगें न पूरा होने पर मंगलवार को बेमियादी हड़ताल शुरू कर दी। हड़ताल से कोरोना की सुरक्षा को लेकर चल रही मुहिम प्रभावित हुई। हड़ताल के चलते कोरोना के मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों की पड़ताल, सैंपल लेने, सैंपल एक से दूसरी जगह पहुंचाने, वैक्सीन लगाने व कोरोना व वैक्सीन को लेकर सेहत विभाग को भेजी जानी वाली तमाम रिपोर्ट तैयार नहीं हो पाई। इससे लोगों को भी परेशानी हुई। हड़ताल की वजह से कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए केवल पांच टीमें ही फील्ड में उतरी। इसके अलावा विभाग के साथ पत्रचार का कामकाज व आला अधिकारियों को रिपोर्ट भी नहीं पहुंची।

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