Jalandhar Trains Travel: फेस्टिवल सीजन में भी नवांशहर और नकोदर के लिए नहीं चली ट्रेन, यात्री परेशान
जालंधर से नवांशहर की दूरी लगभग 60 किलोमीटर और नकोदर की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है। रोजाना नवांशहर और नकोदर से सैकड़ों यात्री जालंधर आवागमन करते हैं। इनमें से कुछ नौकरी पेशा हैं तो कुछ विद्यार्थी भी आवागमन करते हैं।
मनुपाल शर्मा, जालंधर। फेस्टिवल सीजन में भी रेलवे की तरफ से नवांशहर और नकोदर की पैसेंजर ट्रेनों का आवागमन न शुरू करना यात्रियों पर भारी पड़ रहा है। जालंधर से नवांशहर की दूरी लगभग 60 किलोमीटर और जालंधर से नकोदर की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है। रोजाना नवांशहर और नकोदर से सैकड़ों यात्री जालंधर आवागमन करते हैं। कुछ नौकरीपेशा हैं तो बड़ी संख्या विद्यार्थी भी शामिल हैं।
मार्च, 2020 से कोरोना वायरस महामारी के कारण रेलवे ने इन ट्रेनों का आवागमन बंद कर दिया था। उसके बाद से इन दोनों स्थानों के लिए ट्रेन सेवा बहाल नहीं की गई है। हालांकि इन दोनों सेक्शन पर माल गाड़ियों का आवागमन निर्विघ्न जारी रखा गया है। जालंधर से नवांशहर और जालंधर से नकोदर के लिए डीएमयू पैसेंजर ट्रेनों का संचालन किया जाता है, जिसका किराया बसों की तुलना में बेहद कम था।
नवांशहर और नकोदर का रेल ट्रैक ग्रामीण इलाके से होकर गुजरता है। इस वजह से छोटे कस्बों की यात्रियों के लिए डीएमयू का संचालन बेहद महत्वपूर्ण था। डीएमयू ट्रेन का संचालन बंद होने की वजह से अब यात्रियों को मजबूरी में बसों में सफर करना पड़ रहा है, जहां ट्रेन की तुलना में किराया ज्यादा है। इससे बजट बिगड़ रहा है। डीएमयू ट्रेन बंद होने से छोटे दुकानदार भी प्रभावित हैं क्योंकि वे जालंधर से अपना सामान खरीद कर डीएमयू में ले जाते थे। बसों में उन्हें सामान रखने के लिए परेशान होना पड़ता है। नई बसों की छतों के ऊपर कैरियर नहीं है और बसों की डिग्गी में ज्यादा सामान आता नहीं है। वहीं, किराया भी ज्यादा देना पड़ता है।
नवांशहर निवासी कुलदीप सैनी ने कहा कि कई सेक्शन में ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया है। केवल नवांशहर और नकोदर में ट्रेन बंद रखी गई है। इसे बंद रखना समझ से परे है और डीएमयू सेवा तुरंत बहाल की जानी चाहिए ताकि यात्रियों को राहत मिल सके। नकोदर के पुष्पेंद्र नागर ने कहा कि सबसे ज्यादा छोटी नौकरियां करने वाले लोग परेशान हैं। डीएमयू में किराया बेहद कम था, लेकिन अब बसों में ज्यादा किराया देना पड़ रहा है। जालंधर के स्थानीय रेल अधिकारियों का कहना है कि ट्रेनों का संचालन शुरू करने संबंधी निर्देश मंडल से प्राप्त होने हैं। उसके बाद ही ट्रेनों का संचालन संभव हो सकेगा।