राजा पहाड़िया ने रिमांड के दौरान किए कई खुलासे, कबूल की सात वारदातें

कत्ल के मामलों में नामजद और सुक्खा काहलवां के करीबी देवराज उर्फ राजा पहाड़िया ने रिमांड के दौरान सात से अधिक वारदातों को कबूला है।

By Edited By: Publish:Tue, 22 Jan 2019 10:15 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jan 2019 10:32 AM (IST)
राजा पहाड़िया ने रिमांड के दौरान किए कई खुलासे, कबूल की सात वारदातें
राजा पहाड़िया ने रिमांड के दौरान किए कई खुलासे, कबूल की सात वारदातें

जेएनएन, जालंधर। कत्ल और इराद-ए-कत्ल के मामलों में नामजद और सुक्खा काहलवां के करीबी देवराज उर्फ राजा पहाड़िया ने रिमांड के दौरान कई खुलासे किए हैं। रिमांड के दौरान देवराज ने सात से अधिक वारदातों को कबूला है। इनमें कत्ल, कत्ल की कोशिश समेत कई अन्य वारदातें शामिल हैं। इनमें से थाना भार्गव कैंप में हत्या के दो केस और एनडीपीएस एक्ट का एक केस, थाना बस्तीबावा खेल में डबल मर्डर और थाना-6 में किडनै¨पग का एक दर्ज है। इसके साथ ही मंगलवार को एक दिन का पुलिस रिमांड खत्म होने पर राजा पहाड़िया को थाना भार्गव कैंप पुलिस ने कोर्ट में पेश कर दो दिन का पुलिस रिमांड और लिया है।

पुलिस का दावा है कि इस दौरान वह आरोपी से कई ऐसे राज उगलवा पाएगी जो शहर में हुई कई बड़ी वारादातों को ट्रेस करने में कारगार साबित हो सकते हैं। 13 सितंबर 2015 को फाइनेंसर बंटी उर्फ गंड पुत्र जो¨गदर पाल पर जानलेवा हमला करने के आरोप में राजा पुहाड़िया नामजद है। पुलिस को दिए बयान में फाइनेंसर बंटी ने कहा कि था सुरजीत सिंह उर्फ बिट्टी के किसी परिजन युवती को इलाके का लड़का भगाकर ले गया था। फाइनेंसर ने कहा था कि सुरजीत पर शक है कि इस कांड में वह लड़के वाले का साथ दे रहा है, जिस कारण रंजिश निकालने के लिए सुरजीत ने उसपर पीछे से गोली चलाई। मामले में पहले मुख्य आरोपी सुरजीत को बनाया गया था, लेकिन उसकी गिरफ्तारी के बाद फाइनेंसर बंटी ने इंकार कर दिया कि उसपर सुरजीत ने गोली चलाई है। इसके बाद मामले में सुरजीत को कोर्ट ने बरी कर दिया, जबकि इसके साथ ही मामले में मुख्या आरोपी गीता कॉलोनी निवासी इंदर और देवराज उर्फ राजा पहाड़िया को बना दिया गया।

दिपांश-सिमरन डबल मर्डर केस में भी लिया जाएगा प्रोडक्शन वारंट

थाना बस्ती बावा खेल के एसएचओ सुखबीर सिंह ने कहा कि आरोपी राजा पहाड़िया से पहले भार्गव कैंप पुलिस अपनी पूछताछ कर ले। इसके बाद उनके थाने में दर्ज दिपांश-सिमरन डबल मर्डर केस में उसे प्रोडक्शन वारंट पर लाया जाएगा। 26 फरवरी 2014 को गोलियां मारकर दिपांश और सिमनरजीत सिंह की हत्या कर दी गई थी। इस केस में गैंगस्टर दलजीत सिंह भाना, उसके साथी रणबीर सिंह संधू और सतीश गिल को उम्रकैद हो गई थी, जबकि दो आरोपियों को सबूतों के अभाव में छोड़ दिया गया था। इसके साथ ही तीन आरोपी अंडर ट्रायल का सामना कर रहे हैं, जिनमें गुरप्रीत सिंह गोपी, सुखदेव सिंह मल्ली और गुरशरन सिंह स्वीटी शामिल हैं। पुलिस पूछताछ में स्वीटी ने राजा पहाड़िया का नाम लिया था, जिसके बाद उसे उक्त मामले में नामजद कर दिया गया।

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