बड़े संघर्ष की घोषणा कर सकते हैं पीएसटीईटी मेरिट होल्डर बेरोजगार अध्यापक, धरने में लगातार बढ़ रही संख्या

रिवाइज्ड पीएसटीईटी-2011 मेरिट होल्डर बेरोजगार अध्यापकों का शिक्षा मंत्री की कोठी के बाहर आठवें दिन भी प्रदर्शन जारी है। पहले जहां अक्सर पांच से छह अध्यापक ही प्रदर्शन में नजर आते थे वहीं अब संख्या इनकी संख्या पांच से छह गुणा हो गई है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Mon, 15 Nov 2021 12:55 PM (IST) Updated:Mon, 15 Nov 2021 12:55 PM (IST)
बड़े संघर्ष की घोषणा कर सकते हैं पीएसटीईटी मेरिट होल्डर बेरोजगार अध्यापक, धरने में लगातार बढ़ रही संख्या
जालंधर में प्रदर्शन करते हुए रिवाइज्ड पीएसटीईटी-2011 मेरिट होल्डर बेरोजगार शिक्षक।

जासं, जालंधर। रिवाइज्ड पीएसटीईटी-2011 मेरिट होल्डर बेरोजगार अध्यापकों का शिक्षा मंत्री की कोठी के बाहर आठवें दिन भी प्रदर्शन जारी है। अब अध्यापकों की संख्या में भी धीरे-धीरे इजाफा होने लगा है। पहले जहां अक्सर पांच से छह अध्यापक ही प्रदर्शन में नजर आते थे, वहीं अब संख्या इनकी संख्या पांच से छह गुणा हो गई है। हालांकि अभी तक शिक्षा मंत्री और सरकार ने शांतमयी ढंग से प्रदर्शन कर रहे अध्यापकों को नजर अंदाज ही किया है। यही कारण है कि वे संघर्ष और तेज करने से पहले अपनी स्ट्रेंथ बढ़ाते जा रहे हैं। 

बता दें कि अध्यापक पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे हैं लेकिन सरकार और शिक्षा मंत्री उनकी कम संख्या होने के कारण उनकी अनदेखी करते रहे हैं। अध्यापकों ने पहले दिन जब शिक्षा मंत्री की कोठी के बाहर अचानक आकर प्रदर्शन किया था तो देर रात को पुलिस ने उन्हें जबरन उठाने की भी कोशिश की थी। 

यहां धरना दे रहे अध्यापकों का कहना है कि अगर सरकार का यही रवैया रहा तो वह जल्द ही एक बड़ा एक्शन लेने से भी गुरेज नहीं करेंगे। वे आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं। इस बीच अगर कोई अनहोनी होती है तो उसकी सारी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी। अध्यापकों ने कहा कि वे अभी तक शांतपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे हैं। अनदेखी करके शिक्षा मंत्री और सरकार उन्हें उग्र होने के लिए मजबूर कर रही है। उन्हें सालों साल संघर्ष करते हुए हो रहे हैं, मगर उनकी मांगों पर सरकार कोई भी कार्रवाई नहीं कर रही है।

बीएड टीईटी पास बेराजगार शिक्षकों की भूख हड़ताल भी जारी

बता दें कि पिछले दिनों 23 अक्टूबर को बीएड टीईटी पास बेरोजगार अध्यापकों ने भी शिक्षा मंत्री परगट सिंह की कोठी को घेरने का प्रयास किया था। उस दौरान उनकी पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी हुई थी। हालांकि अब ये अध्यापक जनरल बस स्टैंड के पास क्रमवार भूख हड़ताल पर बैठे हैं। उनके दो साथी दो सप्ताह से अधिक समय से पानी की टंकी पर चढ़कर प्रदर्शन कर रहे हैं। 

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