Jalandhar Corona Vaccination: सेल्फी व फोटो फ्रेम के साथ कोरोना वैक्सीन टीके को बढ़ावा दे रहे निजी अस्पताल
जालंधर में निजी अस्पतालों ने सेल्फी साइट और फोटो फ्रेम भी उपलब्ध करवा कर पूरी प्रक्रिया को रोचक बना दिया है। लोग कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद खास अंदाज में सेल्फी लेकर या फोट खिंचवा इंटरनेट मीडिया पर शेयर कर रहे हैं।
जालंधर, जेएनएन। स्वास्थ्य विभाग के साथ अब निजी अस्पताल भी कोरोना वैक्सीन लगवाने को बढ़ावा देने में जुट गए हैं। इसके लिए निजी अस्पतालों ने प्रचार-प्रसार के अनूठे तरीके अपनाए हैं। 45-59 साल आयु वर्ग के अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोगों और 60 साल से ऊपर के व्यक्तियों को निजी अस्पतालों में भी टीका लगने की सुविधा के बाद यहां पहुंच रहे लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। निजी अस्पतालों ने सेल्फी साइट और फोटो फ्रेम भी उपलब्ध करवा कर पूरी प्रक्रिया को रोचक बना दिया है। लोग कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद खास अंदाज में सेल्फी लेकर या फोट खिंचवा इंटरनेट मीडिया पर शेयर कर रहे हैं।
लोगों को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए जागरूक करने के लिए सेहत विभाग जागरूकता मुहिम चलाने के साथ मुफ्त लगा रहा है। दूसरी ओर, कोरना वैक्सीन लगाने के लिए निजी अस्पतालों में प्रतिस्पर्धा शुरू हो गई है। निजी अस्पतालों ने इस वर्ग के लोगों को आकर्षित करने के लिए विभिन्न तरह की स्कीम शुरू की हैं। डॉक्टर इंटरनेंट मीडिया पर कोरोना वैक्सीन को सुरक्षा कवच के रूप में पेश कर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। वे बुजुर्गों को कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जीतने के लिए वैक्सीन लगवाने की सलाह दे रहे है।
निजी अस्पतालों में मौके पर लगाई जा रही कोरोना वैक्सीन
निजी अस्पतालों में लोगों को मौके पर ही पंजीकृत कर तुरंत कोरोना वैक्सीन लगाने की सुविधा दी जा रही है। इसके अलावा कई अस्पतालों ने कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद सेल्फी साइट और फोटो फ्रेम भी उपलब्ध करवाए हैं ताकि लोग इसकी यादगार इंटरनेट मीडिया पर शेयर कर सकें। यहां लोग कोरोना वैक्सीन को यादगार बनाने के लिए फोटो खींचते और खिंचवाते हैं।
यह भी पढ़ें - जालंधर पंजाब का सबसे ज्यादा रहने योग्य सिटी, Ease of Living Index में देशभर में 32वां स्थान
एनएचएस अस्पताल के डायरेक्टर डा. शुभांग अग्रवाल ने बताया कि समय में बदलाव के साथ लोगों को जागरूक करने के भी तारिकों में भी बदलाव आया है। इंटरनेट मीडिया से ज्यादा तर लोग जुड़े है. वहीं लोग कोरोना वैक्सीन लगवाने के पल को यादगार बनाना चाहते है। तमाम जरूरतों को देखते हुए वैक्सीन को बढ़ाना देने के लिए नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। सिविल सर्जन डॉ. बलवंत सिंह का कहना है कि वैक्सीन लगवाना जरूरी है। इसकी जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए सरकारी व निजी अस्पतालों का स्टाफ संयुक्त प्रयास कर रहा है।
यह भी पढ़ें - अब पालतू कुत्ते को पड़ोसी के घर छोड़ने की जरूरत नहीं, जालंधर में खुला पहला डॉग हॉस्टल