जालंधर के थाना-1 में हंगामा, JE की पिटाई के बाद पुलिस ने नहीं की कार्रवाई, पावरकॉम कर्मियों ने काटी थाने की पावर सप्लाई
घायल बलदेव कुमार ने बताया कि वह रात दफ्तर से घर जा रहे थे। इसी बीच दूसरी तरफ से गलत दिशा में आ रहे आटो ने उन्हें टक्कर मार दी। इसके बाद आटो वाले ने अपने साथी भी मौके पर बुला लिए और उससे मारपीट की।
जालंधर, जेएनएन। बिजली विभाग के जेई बलदेव कुमार की बाइक की टक्कर ऑटो टक्कर से होने के बाद उनसे मारपीट करने और जबरन पैसे छीनने के आरोपित को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर पावरकॉम कर्मियों ने थाना डिवीजन नंबर 1 घेर लिया। इस दौरान हेड कांस्टेबल बलवंत सिंह के साथ उनकी धक्का-मुक्की भी हुई। हेड कांस्टेबल की वर्दी भी फट गई। इससे गुस्साए बिजली विभाग के कर्मियों ने थाने की बिजली काट दी और थाने के बाहर धरना लगा कर पुलिस विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। 2 घंटे तक थाने सहित आसपास के इलाके में बिजली बंद रही। सूचना मिलते ही एसीपी सुखजिंदर सिंह मौके पर पहुंचे और आटो चालक और बलदेव कुमार के बीच समझौता करवाया जिसके बाद बिजली चालू की गई।
घायल बलदेव कुमार ने बताया कि वह रात दफ्तर से घर जा रहे थे। इसी बीच दूसरी तरफ से गलत दिशा में आ रहे आटो ने उन्हें टक्कर मार दी। इसके बाद आटो वाले ने अपने साथी भी मौके पर बुला लिए और उससे मारपीट की। आरोप था कि आटो वाले और उसके साथियों ने आटो ठीक करवाने के लिए उनसे जबरन पैसे एटीएम से निकलवाए।
जालंधर में मारपीट में घायल जेई बलदेव कुमार।
सुबह आटो चालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर विभाग के कर्मी थाने में पहुंचे तो वहां विवाद हो गया। इस दौरान थाना एक के प्रभारी राजेश कुमार और विभाग के कर्मचारियों के बीच तीखी बहस भी हुई। एसीपी सुखजिंदर सिंह ने बताया कि दुर्घटना के बाद विवाद हुआ था, जिसे सुलझा दिया गया है। उन्होंने बताया कि बिजली बंद नहीं की गई थी बल्कि फाल्ट आ गया था और बाद में ठीक हो गया। वहीं, जेई मदन लाल ने बताया कि बलदेव कुमार के साथ मारपीट की गई थी और उससे लूट की गई थी। इसी वजह से थाने में गए तो सुनवाई नहीं हुई तो धरना लगाना पड़ा।
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थाने वालों ने नहीं भरा बिल, इसलिए काटी बिजली
थाने में मौजूद पावरकॉम कर्मियों का कहना था कि थाना एक का बिजली का बिल बकाया था, जो वो नहीं भर रहे थे। इसी के चलते बिजली काटी गई। विभाग के ऐसा कहने पर पुलिस कर्मी भी भड़क गए और उन्होंने कहा कि यदि बिजली का बिल नहीं भरा गया तो उनको पहले नोटिस दिया जाना चाहिए था। वहीं, कुछ पुलिस कर्मियों ने बिजली जाने का कारण फाल्ट बताया, जिसे बाद में ठीक कर दी गई।