जालंधर में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन विजय सांपला को घेरने पहुंचे किसान, नारेबाजी

हाल में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन बने भाजपा नेता विजय सांपला जालंधर पहुंचने वाले हैं। उनके सर्किट हाउस में पहुंचने से पहले किसानों ने उनके घेराव की चेतावनी दे दी। इसके बाद पुलिस ने सर्किट हाउस को छावनी में तब्दील कर दिया है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 01:00 PM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 01:09 PM (IST)
जालंधर में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन विजय सांपला को घेरने पहुंचे किसान, नारेबाजी
विजय सापला का विरोध करने के लिए पहुंचे किसानों को रोकते पुलिस मुलाजिम

जालंधर, जेएनएन। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन का पद संभालने के बाद पहली जालंधर आ रहे पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री और भाजपा नेता विजय सांपला शहर पहुंच गए हैं। उनके सर्किट हाउस में पहुंचने से पहले ही किसानों ने घेराव की चेतावनी दे दी। इसके बाद पुलिस ने सर्किट हाउस को छावनी में तब्दील कर दिया है। यहां पहुंचे किसानों और उनके समर्थकों को पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर आगे बढ़ने से रोक दिया है। मौके पर भारी संख्या में विजय सांपला के समर्थक भी पहुंचे हुए हैं।

इधर, सांपला के जालंधर पहुंचने पर जिला प्रशासन ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। विजय सांपला भाजपा से जुड़े हैं, इसलिए उनके शहर पहुंचने खबर मिलते ही किसान भी विरोध के लिए एक्टिव हो गए। सर्किट हाउस के बाहर किसान संगठनों के सदस्य उनका घेराव करने पहुंचे है। हालांकि पुलिस ने उन्हें रोक दिया है। मौके पर उन्होंने सांपला के खिलाफ नारेबाजी की। किसान काफी कम गिनती में थे, इस कारण से सांपला के कार्यक्रम पर कोई असर नहीं पड़ा। यहां सांपला के स्वागत में कई सामाजिक संगठनों दलित संगठनों के प्रतिनिधि पहुंचे हुए थे।

यह भी पढ़ें - दिल्ली में कोरोना टेस्ट रिपोर्ट की अनिवार्यता पर भारी असमंजस, यात्रियों को क्या करना होगा अभी स्पष्ट नहीं

जालंधर पहुंचने पर पंजाब पुलिस ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। 

सांपला बोले- दलितों के हित में लागू करवाएंगे केंद्र की योजनाएं

मीडिया से बातचीत में विजय सांपला ने कहा कि वह दलितों के हित में केंद्र सरकार की योजनाओं को लागू करने का काम करेंगे। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन ने कहा कि वह अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों के उत्पीड़न के मामलों को उठाएंगे। उनकी कोशिश रहेगी कि वह मीडिया समेत हर तरह के सोर्स से दलितों पर हो रहे अत्याचारों की जानकारी ले सकें और उन्हें न्याय दिला सकें। 

chat bot
आपका साथी