टैक्सी ड्राइवरों को मिली 3 साल की मूक-बधिर बच्ची के पिता ने कहा- 'मैं एक और बेटी नहीं पाल सकता, कोई इसे ले जाए

बुधवार को शाहपुर थाने की पुलिस के बुलाने पर पहुंचे मूक-बधिर बच्ची के पिता ने बताया कि वह पेशे से एक दिहाड़ी मजदूर है। उसके घर में उसके मां-बाप के अलावा दो और बेटियां हैं। मैं तीन बेटियां एक साथ नहीं पाल सकता।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 01:38 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 01:38 PM (IST)
टैक्सी ड्राइवरों को मिली 3 साल की मूक-बधिर बच्ची के पिता ने कहा- 'मैं एक और बेटी नहीं पाल सकता, कोई इसे ले जाए
गत सोमवार दोपहर 3 साल की मूक-बधिर बच्ची शाहकोट के बस स्टैंड पर मिली थी।

जालंधर, [अखंड प्रताप]। महानगर के अड्डा शाहकोट बस स्टैंड पर बीते सोमवार दोपहर टैक्सी यूनियन के ड्राइवरों को मिली 3 साल की मूक-बधिर बच्ची बच्ची की कस्टडी बुधवार को उसके पिता को सौंप दी गई। टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों की मौजूदगी में पुलिस ने बच्ची पिता को सौंपी।

पिता ने कहा- मैं बच्ची को नहीं संभाल सकता कोई ले जाना चाहता है तो ले जाए

बुधवार को शाहपुर थाने की पुलिस के बुलाने पर पहुंचे मूक-बधिर बच्ची के पिता ने बताया कि वह पेशे से एक दिहाड़ी मजदूर है। उसके घर में उसके मां-बाप के अलावा दो और बेटियां हैं। पत्नी से उसका तलाक करीब 1 साल पहले हो चुका है। तलाक के समय दोनों के बीच यह राजीनामा हुआ था कि दोनों एक बच्ची को अपने साथ रखेंगे लेकिन तलाक के बाद उसकी पत्नी अपने वादे से मुकर गई और बच्ची को लेकर नहीं गई। पिता का कहना था कि वह तीन बच्चियों को एक साथ नहीं पाल सकता है। अगर कोई ऐसा व्यक्ति है जो उसकी बेटी की परवरिश करना चाहता है तो वह बच्ची को लेकर जा सकता है

पुलिस ने हर महीने हाजिरी की शर्त पर दी सुपुर्दगी

मामले में अमृतसर की रहने वाली बच्ची के पिता का पक्ष सुनने के बाद शाहपुर थाने की पुलिस ने न्यू आजाद टैक्सी स्टैंड के मेंबर्स की मौजूदगी में बच्ची की कस्टडी उसके पिता को सौंपी। साथ ही पिता को यह हिदायत भी दी कि उसे हर महीने भिंडीया सैदां थाने में बच्ची के साथ हाजिरी लगानी होगी

सुपुर्दगी के दौरान दिखा अजीब नजारा

बीते बुधवार को जब बच्ची का पिता उसकी सुपुर्दगी लेने शाहकोट पहुंचा एक अजीब नजारा दिखा। 3 साल की मासूम मूक बधिर बच्ची वहां मौजूद दूसरे बच्चों के साथ खेलती रही लेकिन अपने पिता के पास नहीं गई। इसके बाद मौके पर मौजूद पंचायत के मेंबर और टैक्सी यूनियन के पदाधिकारी उसे उठाकर अपने साथ ले गए

टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों ने वीडियो बनाकर किया था वायरल

दरअसल बीते सोमवार दोपहर करीब 12:00 बजे 3 साल की मूक-बधिर बच्ची शाहकोट के बस स्टैंड पर एक बस से उतरी और उसने अपने दादा को तलाशना शुरू कर दिया। मामले की जानकारी बस के कंडक्टर ने टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों को दी। बताया कि बच्ची के साथ बस में एक बुजुर्ग भी मौजूद था, जिसने अपना मुंह ढक रखा था। शक होने पर जब बस के कंडक्टर ने बुजुर्ग से पूछा कि बच्ची को कहां से ले आए हैं तो बुजुर्ग बस से उतर गया। मामले में टैक्सी यूनियन के ड्राइवरों ने एक वीडियो बनाकर वायरल की जिसके बाद पता चला कि बच्ची अमृतसर के गांव की रहने वाली है।

यह भी पढ़ें - तेलगु भाषा की एबीसी नहीं पता, फिर भी पंजाब के जसकरन ने फिल्म Time Pass में की प्लेबैक सिंगिंग

chat bot
आपका साथी