जालंधर पुलिस पर बढ़ता जा रहा अनसुलझे हत्याकांडों का बोझ, वारदातों को अंजाम देकर यूपी-बिहार की सीमाओं में छिपे आरोपित

जालंधर में हत्या की कई अनसुलझी वारदातें जालंधर पुलिस के सिरदर्द बन चुकी हैं। हत्या की इन वारदातों में पुलिस ने आरोपितों की पहचान करते हुए उनके खिलाफ मामला तो दर्ज कर लिया लेकिन मामले के आरोपितों ने पंजाब से बाहर यूपी और बिहार की तरफ फरार हो गए।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 03:36 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 03:36 PM (IST)
जालंधर पुलिस पर बढ़ता जा रहा अनसुलझे हत्याकांडों का बोझ, वारदातों को अंजाम देकर यूपी-बिहार की सीमाओं में छिपे आरोपित
जालंधर में बीते दिनों हुए हत्याकांडों के आरोपितों का कोई भी सुराग पुलिस हासिल नहीं कर सकी है।

अखंड प्रताप, जालंधर। जिले में बीते एक साल में हुई हत्या की कई अनसुलझी वारदातें जालंधर पुलिस के सिरदर्द बन चुकी हैं। हत्या की इन वारदातों में पुलिस ने आरोपितों की पहचान करते हुए उनके खिलाफ मामला तो दर्ज कर लिया लेकिन मामले के आरोपितों ने पंजाब से बाहर यूपी और बिहार की तरफ फरार हो गए। इन आरोपितों तक पहुंचने के लिए दर्जनों लोगों को राउंडअप किया गया आरोपितों के नजदीकियों पर दबाव बनाया लेकिन लाखों कवायदों के बाद पुलिस इन आरोपितों का कोई भी सुराग हासिल नहीं कर सकी है।

हजारा गांव में दो मासूमों की हत्या का मामला हो या फिर सलेमपुर तल्हड़ में पिता द्वारा दो मासूमों की हत्या का मामला या ग्रेटर कैलाश इलाके में हुए दोहरे हत्याकांड के मामले में पुलिस ने आरोपितों की पहचान करने के बाद उनके खिलाफ केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी थी। वारदात को अंजाम देने के बाद आऱोपितों के यूपी और बिहार में होने की सूचना पर पुलिस उनकी तलाश में वहीं भी पहुंची थी लेकिन किसी भी मामले में पुलिस को आरोपित नहीं मिले।

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तल्हण दोहरे हत्याकांड के आरोपित की तलाश में बिहार के दरभंगा पहुंची थी पुलिस

बीते दिसंबर मेंं तल्हण के पास सलेमपुर रोड पर एक छप्पड़ से दो मासूमों अनमोल (5) व राकेश (3) के शव मिलने से हड़कंप मच गया था। केस दर्ज कर जब पुलिस ने मामले की तो सामने आया कि बच्चों की हत्या उनके पिता दरभंगा के पटौरी गांव बिहार निवासी रंजीत मंडल ने ही की है। बच्चों की मां रंगीली देवी के बयानों के मुताबिक रंजीत 30 नवंबर को बच्चे उससे छीन कर ले गया था। इसके बाद ही उसने बच्चों की हत्या कर दी होगी। रंजीत 30 नवंबर को ही ईसपुर स्थित सरकारी स्कूल से ही बच्चों को जबरन ले गया था। थाना पतारा की पुलिस ने रंजीत के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपित रंजीत अपने पैतृक गांव बिहार फरार हो गया है। जिसके बाद पुलिस की टीम उसकी तलाश में बिहार भी गयी थी लेकिन वहां भी आरोपित का कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लग सका जिसके बाद मामले के सात महीने बीत जाने के बाद भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।

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हजारा कांड में कटिहार पहुंची पुलिस खाली हाथ लौटी

जालंधर के हजारा गांव में बीती तीन जनवरी को एक दिल दहलाने वाले घटना सामने आई थी। जहां बिहार के कटिहार जिला निवासी 24 साल के एख युवक ने दरिंदगी की सारी हदें पार करते हुए अपने साथ वाले क्वार्टर में रहने वाली सात साल की मासूम की दुष्कर्म के बाद गला घोंट कर हत्या कर दी थी। बच्ची का शव सुबह उसके घर के पास ही गन्ने के खेतों में अर्धनग्न हालत में मिला था। वारदात के अंजाम देने के बाद आऱोपित मौके से फरार हो गया था। जिसकी पहचान कांत नगर, थाना बरारी, जिला कटिहार, बिहार निवासी (हाल निवासी हजारा गांव) संतोष महतो के रूप में हुई थी। आरोपित की तलाश में कटिहार भी पहुंची थी लेकिन आरोपित की गिरफ्तारी की कोशिशों में सफल नहीं हो सकी।

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ग्रेटर कैलाश दोहरा हत्याकांड- फरार आरोपित की यूपी के गोरखपुर में तलाश, पुलिस लौटी खाली हाथ

थाना डिवीजन नंबर एक के अंतर्गत आते ग्रेटर कैलाश में एक निर्माणाधीन इमारत मे बीते दो मार्च को दो शव मिलने पर डबल मर्डर होने से सनसनी फैल गई थी। मृतकों की पहचान छतरपुर, मध्य प्रदेश निवासी रामस्वरूप और कोमल के रूप में हुई और दोनों रिश्ते में चचेरे भाई लगते थे। घटना के कुछ घंटों के अंदर ही पुलिस ने मामले में मृतकों के भांजे राजा निवासी छतरपुर को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं मामले में दूसरा आरोपित आकाश निवासी गोरखपुर यूपी मौके से फरार होे गया था। आकाश की तलाश में कई दिनों तक जालंधर पुलिस गोरखपुर में उसके ठिकानों पर रेड की थी लेकिन आरोपित आकाश का कोई पता नहीं लग सका था। जिसके बाद जालंधर पुलिस को बेरंग लौटना पड़ा था।

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चुनौती बने बिहार और यूपी-बिहार की सीमा के आस-पास छिपे आरोपित

जालंधर में वारदातों को अंजाम देने के बाद इन आरोपितों के यूपी-बिहार सीमा और बिहार की तरफ फरार होने की सूचना पुलिस को मिली थी। लेकिन इनकी गिरफ्तारी के लिए यूपी और बिहार भेजी गयी पुलिस को बेरंग लौटना पड़ा था इन सभी मामलों में फरार हुए आरोपित अभी भी पुलिस के लिए चुनौती बने हुए।

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