फिल्लौर विधानसभा क्षेत्र में बढ़ी सरगर्मी, पूर्व मंत्री सरवन सिंह के बेटे दमनवीर ने रेत माफिया खिलाफ लगवाए पोस्टर
दमनवीर सिंह की तरफ से लगाए पोस्टरों में लिखा है कि हुक्मरानों की रेत माफिया के साथ दोस्ती हलका फिल्लौर के लिए दुश्मनी बन बैठी है। रेत का जो रेट वसूला जा रहा है उसमें से 2000 सरकारी खाते और 18000 रुपये माफिया की जेब में जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर। फिल्लौर विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ती नजर आ रही है। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके सरवन सिंह फिल्लौर के बेटे और फिल्लौर पीपुल्स फोरम के अध्यक्ष दमनवीर सिंह फिल्लौर ने रेत माफिया के खिलाफ पोस्टर अभियान शुरू करके आगामी चुनाव से पहले पत्ते खोल दिए हैं।
उन्होंने दीवारों और बिजली के खंभों पर रेत माफिया के खिला पोस्टर लगाकर माइनिंग की वजह से लोगों को हो रही परेशानी को उजागर किया है। पोस्टरों में लिखा गया है कि हुक्मरानों की रेत माफिया के साथ दोस्ती हलका फिल्लौर के लिए दुश्मनी बन बैठी है। उन्होंने कहा है कि रेत का जो रेट वसूला जा रहा है, उसमें से 2000 रुपये सरकारी खाते में जा रहे हैं जबकि 18000 रुपये माफिया की जेब में जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि गत जून महीने में फिल्लौर के गांव कडियाना एवं झंडी पीर निवासी किसानों, पंजाब सिंह एवं रतन सिंह, ने पंजाब के मुख्यमंत्री समेत अफसरशाही को पत्र लिखकर कहा था कि अगर उनकी जमीनों के ऊपर माइनिंग का काम शुरू हुआ तो वह खुदकुशी कर लेंगे।
कहा- डर के माहौल में जी रहे फिल्लौर के किसान
दमनवीर सिंह ने पोस्टर में कहा कि फिल्लौर हलके के वे किसान डर के माहौल में हैं, जिनकी जमीन सतलुज दरिया के साथ लगती है। उन्हें अब यह लग रहा है कि रेत माफिया उनकी जमीन को हड़प लेगा। उन्होंने बताया कि दरिया से रेत निकाल कर ला रहे ट्रकों को निकालने के लिए रास्ते भी बनाए जा चुके हैं। दमनवीर सिंह फिल्लौर ने पंजाब की कांग्रेस सरकार से मांग की है कि चुप्पी साध कर बैठने की बजाए माइनिंग को बंद कराया जाए और लोगों के साथ हो रही लूट पर अंकुश लगाया जाए।
फिल्लौर से 5 बार विधायक रह चुके हैं दमनवीर के पिता
दमनवीर सिंह के पिता सरवन सिंह फिल्लौर पहली बार वर्ष 1977 में फिल्लौर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। इसके बाद वह लगातार पांच बार यहां से जीते। वर्ष 2012 में वह करतारपुर से विजयी रहे। हालांकि पिछली बार अकाली दल ने बलदेव सिंह खैहरा को यहां टिकट दी थी। वह फिल्लौर के मौजूदा विधायक हैं।