Curfew लागू होते ही 30 फीसद तक गिरी पेट्रोल-डीजल की बिक्री, आर्थिक मंदी झेल रहे पंप संचालक

पंजाब में लग रहे कर्फ्यू ने पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल की बिक्री को बुरी तरह से प्रभावित कर डाला है। शाम छह बजे कर्फ्यू लागू हो जाता है और दूसरे दिन सुबह पांच बजे तक रहता है। इस दौरान तेल की बिक्री लगभग बंद ही होकर रह जाती है।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Sat, 01 May 2021 09:48 AM (IST) Updated:Sat, 01 May 2021 09:48 AM (IST)
Curfew लागू होते ही 30 फीसद तक गिरी पेट्रोल-डीजल की बिक्री, आर्थिक मंदी झेल रहे पंप संचालक
कर्फ्यू के दौरान तेल की बिक्री लगभग बंद ही होकर रह जाती है।

जालंधर, [मनुपाल शर्मा]। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लगाए गए कर्फ्यू ने पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल की बिक्री को बुरी तरह से प्रभावित कर डाला है। शाम छह बजे कर्फ्यू लागू हो जाता है और दूसरे दिन सुबह पांच बजे तक लागू रहता है। इस दौरान तेल की बिक्री लगभग बंद ही होकर रह जाती है।

कर्फ्यू शुरू होने से पहले शाम पांच बजे मार्केट बंद हो जाती है और छह बजे तक एक घंटे के दौरान ही पेट्रोल पंपों पर लोग तेल भरवाते नजर आते हैं। इसके बाद पेट्रोल पंप अगले दिन सुबह पांच बजे तक वीरान ही रहते हैं। कुछ पेट्रोल पंप रात 11 बजे तक खुले रहते हैं और कुछ पेट्रोल पंप तो पूरी रात भी बिक्री के लिए खुले रखे जाते हैं।

कर्फ्यू के दौरान लोगों को घरों से बाहर निकलने की मनाही है, जिस वजह से शहर के अंदरूनी हिस्सों में भी आवाजाही बंद हो कर रह जाती है। इसका सीधा असर पेट्रोल पंप पर पेट्रोल डीजल की बिक्री पर भी पड़ता है। इंडियन ऑयल जालंधर के डीजीएम (रिटेल सेल्स) अतुल गुप्ता ने कर्फ्यू की वजह से पेट्रोल-डीजल की बिक्री में कमी आने की पुष्टि की है।

उन्होंने कहा कि एक अनुमान के मुताबिक 25 से 30 फीसद तक तेल की बिक्री में बीते कुछ दिनों में ही कमी आ गई है। पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन, पंजाब (पीपीडीएपी) के प्रवक्ता मोंटी गुरमीत सहगल ने कहा कि पेट्रोल पंप संचालक तो बीते एक वर्ष से ही तेल बिक्री में आई कमी की वजह से आर्थिक मंदी झेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि करोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए कर्फ्यू और लॉकडाउन लगाया जाना जरूरी है। तेल कंपनियों को पेट्रोल पंप संचालकों को आर्थिक मंदी से निकालने के लिए अति शीघ्र आर्थिक पैकेज देना चाहिए था, लेकिन तेल कंपनियों की तरफ से तो डीलर मार्जिन में ही बीते कई वर्षों से बढ़ोतरी नहीं की गई है। जिस वजह से पेट्रोल पंप तालाबंदी की कगार पर जा पहुंचे हैं।

chat bot
आपका साथी