शर्मनाकः जालंधर में कोरोना से हुई व्यक्ति की मौत, परिजन शव देखने भी नहीं आए; 18 दिन बाद प्रशासन ने करवाया अंतिम संस्कार
जालंधर में एक 40 साल के व्यक्ति की 18 दिन पहले कोरोना से मौत हो गई। उसके परिजन संस्कार करना तो दूर लाश को देखने ही नहीं आए। 18 दिन तक शव मुर्दाघर में ही पड़ा रहा और आखिर में प्रशासन ने उसका अंतिम संस्कार करवाया।
जालंधर, जेएनएन। कोरोना महामारी में इंसान व इंसानियत को शर्मसार करने वाले वाकया लगातार देखने को मिल रहे हैं। रविवार को एक और मामला गांव बडि़ंग में आया। यहां एक 40 साल के व्यक्ति की 18 दिन पहले कोरोना से मौत हो गई। उसके परिजन संस्कार करना तो दूर लाश को देखने ही नहीं आए। 18 दिन तक शव मुर्दाघर में ही पड़ा रहा और आखिर में प्रशासन ने उसका अंतिम संस्कार करवाया। मृतक किशोर यादव मूल रूप से बिहार के दरभंगा का रहने वाला था। डीसी घनश्याम थोरी ने बताया कि मृतक को 28 अप्रैल 2021 को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। रिपोर्ट में वह संक्रमित पाया गया। अगले दिन ही उसकी मौत हो गई। उसके मृतक शरीर को मुर्दाघर में रखा गया, परन्तु कोई भी पार्थिव शरीर का दावा करने के लिए आगे नहीं आया।
जब मृतक के पारिवारिक सदस्यों को ढूंढकर उनसे संपर्क किया गया तो उन्होंने शव लेने से मना कर दिया। पारिवारिक सदस्यों का लिखित बयान स्थानीय पंचायत ने शहरी पुलिस को भेजा जिसके बाद प्रशासन ने प्रशासकीय समिति बाबा दादा मल्ल श्मशानघाट सुधार सभा को संस्कार के लिए कहा। एसडीएम-1 डा.जय इंद्र सिंह ने बताया कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर समिति के प्रधान राजू मागो और दूसरे सदस्य सोम राज, गुरदयाल भट्टी, नीरज जस्सल, राज कुमार महाजन की उपस्थिति में संस्कार कर दिया गया।
पारिवारिक सदस्य नहीं आ सकते तो यहां करें संपर्क
जिन व्यक्तियों के संस्कार के लिए कोई पारिवारिक सदस्य या कोई और आगे नहीं आता वह किसी भी प्रकार की सहायता के लिए प्रशासन के कंट्रोल रूम नंबर 0181-2224417 और 0181 -2224848 पर संपर्क कर सकता है।
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