जिंदगी फिर ट्रैक पर: जालंधर के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी का ग्राफ 20 फीसदी बढ़ा, 150 आपरेशन हुए

जालंधर के सरकारी व निजी अस्पतालों के डाक्टर राहत महसूस करने लगे है। सरकार के आदेशों के बाद सरकारी अस्पतालों में ओपीडी फिर से शुरू हो गई और निजी अस्पतालों ने भी इलेक्टिव सर्जरी शुरू कर दी है। लोगों के दिल से कोरोना का खौफ भी दूर होने लगा है।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Fri, 04 Jun 2021 08:16 AM (IST) Updated:Fri, 04 Jun 2021 08:16 AM (IST)
जिंदगी फिर ट्रैक पर: जालंधर के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी का ग्राफ 20 फीसदी बढ़ा, 150 आपरेशन हुए
जालंधर में कोरोना संक्रमण के मामले घटने के बाद अस्पतालों में आने वाले मरीजों की गिनती बढ़ रही है।

जालंधर, जेएनएन। कोरोना के मरीजों की संख्या में लगातार हो रही गिरावट के बाद सरकारी व निजी अस्पतालों के डाक्टर राहत महसूस करने लगे है। सरकार के आदेशों के बाद सरकारी अस्पतालों में ओपीडी फिर से शुरू हो गई और निजी अस्पतालों ने भी इलेक्टिव सर्जरी शुरू कर दी है। लोगों के दिल से कोरोना का खौफ भी दूर होने लगा है। उसी कारण अस्पतालों में आने वाले मरीजों की गिनती बढ़ रही है।

पिछले दो दिन में ओपीडी का ग्राफ 20 फीसदी बढ़ा। दो दिन में जिले के निजी व सरकारी अस्पतालों में 150 आपरेशन हुए। फिलहाल ये आपरेशन दांत निकालने, गुर्दे में पत्थरी, पित्ते, नाक, कान व गले, हर्निया, बवासीर, प्रोस्टेट इत्यादि से शुरू किए गए है ताकि मरीज को ज्यादा दिन तक अस्पताल में भर्ती न रहना पड़े। जिन निजी अस्पतालों में कोविड केयर सेंटर नहीं बनाए गए वहां घुटना व कूल्हा प्रत्यारोपण, कैंसर की मेजर सर्जरी भी शुरू कर दी गई है।

सिविल अस्पताल में कोविड केयर सेंटर बनने की वजह से अन्य बीमारियों के मरीजों को ईएसआई अस्पताल में सुविधाएं मिल रही है। पिछले सप्ताह तक यहां औसतन 110 मरीज ओपीडी में जांच करवाने के लिए आ रहे थे। दो दिन से यह आंकड़ा 140 से अधिक है। ईएसआई अस्पताल में सिविल अस्पताल के मरीजों के इलाज के लिए 55 बेड रिजर्व रखे गए है जिसकी वजह से बड़े आपरेशन नहीं हो सकेंगे।

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ईएसआई अस्पताल में इसकी ओपीडी शुरू

सिविल अस्पताल की मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डा. सीमा ने बताया कि सिविल अस्पताल के आपरेशन थियेटर फिलहाल बंद रहेंगे। ईएसआई अस्पताल में सिविल अस्पताल के मरीजों के इलाज को लेकर 55 के करीब बेड रखे गए है। फिलहाल ईएसआई अस्पताल के आपरेशन थियेटर में इमरजेंसी आपरेशनों के अलावा नाक, कान व गले, हर्नियां , बवासीर, दांत निकालने व सर्जरी की शुरू की है। यहां मेडिकल, सर्जरी, नाक, कान व गला, आंख, चर्म रोग व हड्डी रोग की ओपीडी शुरू की गई है। आंखों की सर्जरी अभी शुरू नहीं की गई।

सिविल अस्पताल में ये सेहत सुविधा मिलेगी

कोरोना, जच्चा बच्चा सेंटर में गर्भवती महिलाओं की जांच और प्रसव। बच्चों की बीमारियों की जांच और इलाज की सुविधा, दंत चिकित्सा, टीबी रोग, नशा छुड़ाओ केंद्र में नशा छोड़ने व मनोरोगियों की ओपीडी व इलाज।

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यह कहना है निजी अस्पताल संचालकों का

टैगोर अस्पताल : रोज तीन-चार सर्जरी कर रहे हैं

अस्पताल में 20 फीसदी तक ओपीडी बढ़ी है। जनरल सर्जरी के केस भी सामने आने लगे है। आक्सीजन की किल्लत आने पर दो सप्ताह पहले आपरेशन बंद दिए थे अब दोबारा शुरू कर दिए है। रोजाना तीन-चार सर्जरी होने लगी है। इनमें हड्डी रोग, नाक, कान व गले, पेट की बीमारियों तथा पित्ते व किडनी में पत्थरी निकालने की सर्जरी शामिल है।

डा. विजय महाजन, एमडी, टैगोर हार्ट केयर सेंटर।

अभी केस ज्यादा कम नहीं हुए, इसलिए छोटी सर्जरी शुरू की

जनरल ओपीडी में बढ़ोतरी में इजाफा हुआ है। हालांकि कैंसर के मरीजों के इलाज की सुविधा कोरोना काल में चलती रही। सेहत विभाग के आदेशों के बाद इलेक्टिव सर्जरी शुरू कर दी है। अस्पताल में किडनी में पत्थरी, नाक, कान व गले, हड्डी रोग, हर्नियां, पित्ता निकालने के आपरेशन शुरू कर दिए है। कोरोना केस कम होने पर बड़ी सर्जरी फिर शुरू कर दी जाएगी।

डा. स्वप्न सूद, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट, पटेल अस्पताल।

अब आपरेशन की संख्या बढ़ाएंगे

कोरोना के मरीजों की संख्या कम होने से राहत मिलनी शुरू हुई है। दो दिन में आधा दर्जन सर्जरी हुई। इनमें पित्ता निकालने, बायोप्सी व एक कैंसर रोगी की सर्जरी की है। आपरेशनों की संख्या बढ़ेंगी।

डा. बीएस जौहल, एमडी जौहल अस्पताल

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