Cyber Crime: खतरनाक है इंटरनेट पर शापिंग साइट का कस्टमर केयर नंबर सर्च करना, साइबर ठगों ने खाते से उड़ाई रकम

संदीप कुमार ने बताया कि पिछले दिनों उन्होंने आनलाइन शापिंग साइट से एक एयरपाड आर्डर किया था। उसकी 8100 रुपये की पेमेंट उन्होंने आनलाइन ही कर दी थी। आर्डर नहीं मिलने पर उन्होंने इंटरनेट से कस्टमर केयर का नंबर सर्च करके काल की थी।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 04:25 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 08:29 AM (IST)
Cyber Crime: खतरनाक है इंटरनेट पर शापिंग साइट का कस्टमर केयर नंबर सर्च करना, साइबर ठगों ने खाते से उड़ाई रकम
बाबा मोहनदास नगर के संदीप कुमार साइबर ठगी का शिकार हुए हैं। सांकेतिक चित्र।

जागरण संवाददाता, जालंधर। शहर के गुरु अमर दास नगर में सैलून चलाने वाले एक युवक को गूगल पर आनलाइन शापिंग साइट का कस्टमर केयर नंबर सर्च करना महंगा पड़ गया। साइबर ठगों ने युवक के बैंक खाते से लिंक भेजकर 5800 रुपये उड़ा दिए। पीड़ित युवक ने मामले की शिकायत पुलिस की साइबर क्राइम सेल से की है। इसके बाद साइबर क्राइम सेल ने मामले की जांच शुरू कर दी है। बाबा मोहनदास नगर के संदीप कुमार ने बताया कि पिछले दिनों उन्होंने आनलाइन शापिंग साइट से एक एयरपाड आर्डर किया था। उसकी 8100 रुपये की पेमेंट उन्होंने आनलाइन ही कर दी थी। इसके बाद उन्हें तय समय पर आर्डर नहीं मिला। इसने उन्हें चिंता में डाल दिया। 

आर्डर नहीं मिलने पर उन्होंने गूगल सर्च से कंपनी का कस्टमर केयर नंबर सर्च कर उस पर काल किया। काल उठाने वाले ने खुद को कंपनी का कस्टमर केयर अधिकारी बताते हुए उन्हें एप का लिंक भेजा। लिंक डाउनलोड करने के बाद उन्होंने जब एप डाउनलोड किया तो उन्हें फोन काल करने वाले हैकर ने उनके खाते से तीन बार में 5800 रुपये निकाल लिए। इसकी शिकायत उन्होंने साइबर क्राइम सेल से की है। पीड़ित की शिकायत के बाद साइबर क्राइम सेल मामले की जांच में जुट गई है।

आनलाइन पेमेंट के बढ़ते चलन के बीच साइबर ठगी के भी मामले बढ़ते जा रहे हैं। साइबर अपराधी देश के अलग-अलग कोनों में बैठकर वारदातें अंजाम देते हैं। पुलिस के लिए भी इन ठगों तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में सभी को सजग और सतर्क रहने की आवश्यकता है। ये कुछ कदम उठाकर हम खुद को साइबर ठगों से बचा सकते हैं। 

साइबर ठगी से बचाव के उपाय 

कभी किसी भी व्यक्ति को अपने एटीएम कार्ड का नंबर और उसका पिन कोड न बताएं।  अपने आधार कार्ड का नंबर भी अपरिचित व्यक्तियों के साथ शेयर न करें। बच्चे यदि मोबाइल का प्रयोग करते हैं तो अभिभावक उसकी निगरानी करें। अकारण गेम डाउनलोड न करें। किभी भी अपरिचित व्यक्ति का भेजा लिंक ओपन न करें।
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