एक-एक कर जालंधर मेरिटोरियस स्कूल छोड़कर जा रहे शिक्षक, विधायक रिंकू से की रेगुलर करवाने की मांग

मेरिटोरिय स्कूल के कांट्रेक्ट पर रखे गए शिक्षकों ने विधायक सुशील रिकूं से पक्का किए जाने की मांग की। उन्होंने बताया कि वे सभी वर्ष 2014 से स्कूल में पढ़ा रहे हैं। रेगुलर न किए जाने की वजह हर साल शिक्षक नौकरी छोड़कर जा रहे हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 04:30 PM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 04:30 PM (IST)
एक-एक कर जालंधर मेरिटोरियस स्कूल छोड़कर जा रहे शिक्षक, विधायक रिंकू से की रेगुलर करवाने की मांग
जालंधर में विधायक रिंकू को मांगपत्र सौंपते हुए मेरिटोरियस स्कूल के शिक्षक। (जागरण)

जालंधर, जेएनएन। पंजाब बोर्ड परीक्षा में मेरिट में आए स्टूडेंट्स को बेहतरी पढ़ाई मुहैया करवाने के उद्देश्य से कपूरथला रोड पर बनाया गया मेरिटोरियस स्कूल शिक्षकों की कमी से जूझने लगा है। दरअसल, यहां कांट्रेक्ट पर रखे गए शिक्षक एक-एक करके स्कूल छोड़कर जा रहे हैं। वीरवार को शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने जालंधर वेस्ट के विधायक सुशील रिंकू से मुलाकात कर उन्हें अपनी समस्या के बारे में बताकर सुनवाई की मांग की। 

हर साल स्कूल छोड़कर जा रहे टीचर

कांट्रेक्ट पर रखे गए शिक्षकों ने विधायक से पक्का किए जाने की मांग रखी। उन्होंने बताया कि वे सभी वर्ष 2014 से स्कूल में आने वाले विद्यार्थियों को ठेके पर पढ़ा रहे हैं। रेगुलर न किए जाने की वजह से प्रत्येक वर्ष मेरिटोरियस स्कूल का स्टाफ रेगुलर भर्ती की तरफ की तरफ जा रहा है। इससे आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी विद्यार्थियों के लिए बनाए गए इन रेजिडेंशियल स्कूलों में शिक्षकों की पोस्टें भी कम होती जा रही हैं। अगर शिक्षकों को पक्का नहीं किया गया तो बाकी शिक्षक भी कहीं और चले जाएंगे जिससे इन स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी हो जाएगी। आगामी वर्षों में इसका असर मेधावी विद्यार्थियों की पढ़ाई पर पड़ना तय है।

उन्होंने कहा कि सात सालों से मेरिटोरियस स्कूलों के अध्यापक शिक्षा सचिव, शिक्षा मंत्री सहित विधायकों से रेगुलर किए जाने की मांग को लेकर मिल रहे हैं लेकिन उनकी अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए स्कूलों में कड़ी मेहनत कर रहे शिक्षकों की सेवाएं रेगुलर की जाएं। इससे सभी शिक्षक दोगुणी मेहनत कर विद्यार्थियों के बेहतर नतीजों की तरफ भी ध्यान देंगे। विधायक सुशील रिंकू ने अध्यापकों का मांग पत्र शिक्षा मंत्री तक पहुंचाने और उनके मुद्दों पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया।

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