जालंधर में कूड़ा लिफ्टिंग दूसरे दिन भी ठप, दोनों यूनियनें ठेकेदारी प्रथा के विरोध में उतरीं

सोमवार को एक ड्राइवर यूनियन हड़ताल के पक्ष में थी तो दूसरी हड़ताल के खिलाफ थी लेकिन मंगलवार को दोनों एक मंच पर आ गईं। दोनों यूनियनों के सदस्यों ने फैसला किया है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती तब तक काम नहीं होगा।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 01:48 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 01:48 PM (IST)
जालंधर में कूड़ा लिफ्टिंग दूसरे दिन भी ठप, दोनों यूनियनें ठेकेदारी प्रथा के विरोध में उतरीं
ठेकेदारी प्रथा समाप्त करने के लिए जालंधर नगर निगम की दोनों यूनियनें एक हो गई हैं। जागरण

जालंधर, जेएनएन। ठेकेदारी प्रथा के खिलाफ नगर निगम की दोनों ड्राइवर यूनियनें एक हो गई हैं। इस कारण शहर से दूसरे दिन भी कूड़े की लिफ्टिंग नहीं हो पाई। सोमवार को एक यूनियन हड़ताल के पक्ष में थी तो दूसरी हड़ताल के खिलाफ थी लेकिन मंगलवार को दोनों एक मंच पर आ गईं। दोनों यूनियनों के सदस्यों ने फैसला किया है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती तब तक काम नहीं होगा।

पंजाब सफाई मजदूर फेडरेशन के प्रधान चंदन ग्रेवाल ने दोनों यूनियनों में सहमति करवाई है। अब जब तक मांगे नहीं मानी जाएगी तब तक काम ना करने का फैसला लिया है। ड्राइवर एंड टेक्निकल यूनियन के प्रधान देव आनंद  ने कहा कि ठेकेदारी प्रथा के खिलाफ सभी एक साथ हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक किसी भी अफसर ने भी उनसे बातचीत नहीं की है। उनकी मांगों को लेकर कोई फैसला नहीं लिया जा रहा। इसे लेकर उनमें रोष है। 

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