जालंधर की मकसूदां मंडी में थोक कारोबारियों को शिफ्ट करने को लेकर गरमाई राजनीति, लाकडाउन में अचानक बढ़ी भीड़

मकसूदां सब्जी मंडी में सब्जी के थोक व्यापारियों को पीछे बनी जगह पर शिफ्ट करने के फैसले के बाद मंडी की राजनीति गर्मा गई है। गर्मी में खुले आसमान तले सब्जियों की बिक्री करना व्यापारियों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 01:54 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 01:56 PM (IST)
जालंधर की मकसूदां मंडी में थोक कारोबारियों को शिफ्ट करने को लेकर गरमाई राजनीति, लाकडाउन में अचानक बढ़ी भीड़
लाकडाउन में बेरोजगार हुए अधिकतर लोगों ने फल सब्जी बेचने का काम शुरू कर लिया।

जालंधर, [शाम सहगल]। भीड़ पर नियंत्रण पाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा मकसूदां सब्जी मंडी में सब्जी के थोक व्यापारियों को पीछे बनी जगह पर शिफ्ट करने के फैसले के बाद मंडी की राजनीति गर्मा गई है। गर्मी में खुले आसमान तले सब्जियों की बिक्री करना व्यापारियों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा। यही कारण है कि जिला प्रशासन के फैसले के विरोध में सुगबुगाहट शुरू हो गई है। अब सोमवार को फिर से जिला प्रशासन के साथ मंडी बोर्ड व थोक व्यापारियों की बैठक होगी। हालत यह है कि बिना किसी संसाधन के मंडी के पीछे बनी जगह पर कारोबार करने के फैसले को लेकर व्यापारियों की सहमति नहीं बन पाई है।

दरअसल, कोरोना पाजिटिव केसों की संख्या में लगातार रहे हो रहे इजाफे के चलते पंजाब सरकार द्वारा 15 मई तक मिनी लाकडाउन लगाया गया है। इस कारण बेरोजगार हुए अधिकतर लोगों ने फल सब्जी बेचने का काम शुरू कर लिया था। इस कारण मंडी में अचानक से खरीदारों की भीड़ बढ़ गई है। यही कारण है कि मकसूदां मंडी में रोजाना लोगों की भारी भीड़ उमडऩे शुरू हो गई है। संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने सब्जी के थोक व्यापारियों को पीछे शिफ्ट करने का फरमान सुना दिया। मार्केट कमेटी के चेयरमैन राजकुमार अरोड़ा बताते हैं कि जिला प्रशासन निर्देशों के मुताबिक कारोबार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर व्यापारियों को पीछे शिफ्ट करना पड़ा तो उन्हें व्यापक सुविधाएं दी जाएंगी।

खुले आसमान तले तेज धूप में कैसे होगी सब्जियों की बिक्री

विडंबना यह है कि मंडी में पीछे की जगह पर न तो कोई शेड बनाया गया है औ ना ही वहां पर धूप से बचाव को लेकर इंतजाम है। तेज धूप में सब्जी की बिक्री करना व्यापारियों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा। नाम न छापने की शर्त पर व्यापारी बताते हैं कि पिछले वर्ष भी कोरोना काल के दौरान सब्जी व फल के व्यापारियों ने सरकार व प्रशासन के निर्देश मानते हुए लोगों तक सप्लाई पहुंचाई थी। संकट की घड़ी में इस बार भी वह सहयोग देने को तैयार हैं, बशर्ते उन्हें कारोबार करने का बेहतर माहौल दिया जाए।

अधिकतर व्यापारियोंं ने नहीं किया कारोबार

वीकेंड लाकडाउन के दौरान जिला प्रशासन द्वारा सब्जी मंडी खुली रखने की इजाजत दी हुई है। बावजूद इसके शनिवार को कारोबार मंदी रहा था। इसके चलते रविवार को अधिकतर कारोबारियों ने काम नहीं किया। इस कारण मंडी में दिन भर सन्नाटा छाया रहा।

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