जालंधर में रिश्ते शर्मसारः Corona से मौत के दस दिन बाद भी मरीज का शव लेने नहीं पहुंचा कोई वारिस
निर्मल सिंह (50) पुत्र हरबंस सिंह निवासी कपूरथला रोड जालंधर को गत 4 जून को सिविल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था। अगले दिन उनकी मौत के बाद कोई उनका शव लेने नहीं पहुंचा है।
जालंधर, जेएनएन। शहर में रिश्ते शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। कुछ दिन पहले सिविल अस्पताल में दाखिल करवाए गए एक मरीज की कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मौत होने के दस दिन बाद भी उसके वारिश शव लेने नहीं पहुंचे हैं। शव पर किसी की ओर से दावा न किए जाने के बाद प्रशासन ने उसे सिविल अस्पताल के शवगृह (मॉर्चरी) में रखवा दिया गया है। इस संबंध में पुलिस को भी सूचित कर दिया गया है।
इस बारे में और ज्यादा जानकारी देते हुए एसडीएएम-2 हरप्रीत सिंह अटवाल ने बताया कि निर्मल सिंह (50) पुत्र हरबंस सिंह निवासी कपूरथला रोड, जालंधर को गत 4 जून को सिविल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था। उपचार के दौरान 5 जून की शाम 5:15 बजे मरीज की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि इसके बाद कोई भी व्यक्ति निर्मल सिंह की पार्थिव देह पर दावा करने के लिए आगे नहीं आया।
रिश्तेदारों ने मोबाइल नंबर किए बंद
एसडीएस के अनुसार मरीज को सिविल अस्पताल में दाखिल करवाते समय घरवालों के मोबाइल नंबर दिए गए थे। मरीज की मौत के बाद जब उन पर संपर्क किया गया तो वे सभी बंद आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि निर्मल सिंह के शव को सिविल अस्पताल के शव गृह में रखवाया गया है। मृतक के घर के सदस्य या रिश्तेदार शव पर दावा करने के लिए सिविल अस्पताल की मोर्चरी में संपर्क कर सकते हैं।
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