सिद्धू की अनदेखी से जालंधर के उद्यमी निराश, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद एक बार भी नहीं की है इंडस्ट्री की बात
जालंधर के उद्योगपतियों एवं कारोबारियों ने सिद्धू की तरफ से प्रदेश की इंडस्ट्री को नजरअंदाज किए जाने को अफसोसजनक बताते हुए कहा है कि एक बार फिर से यह साबित हो गया है कि पंजाब सरकार एवं राज्य के नेता इंडस्ट्री एवं ट्रेड को तवज्जो नहीं दे रहे हैं।
मनुपाल शर्मा, जालंधर। पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के शपथ ग्रहण करने के बाद इंडस्ट्री एवं ट्रेड की बात न करना उद्योगपतियों एवं कारोबारियों को नागवार गुजरा है। उद्योगपतियों एवं कारोबारियों ने सिद्धू की तरफ से प्रदेश की इंडस्ट्री को नजरअंदाज किए जाने को अफसोसजनक बताते हुए कहा है कि एक बार फिर से यह साबित हो गया है कि पंजाब सरकार एवं राज्य के नेता इंडस्ट्री एवं ट्रेड को तवज्जो नहीं दे रहे हैं। नवजोत सिंह सिद्धू ने बीते दिनों पंजाब के प्रमुख मसलों को लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात की थी। उन्हें लिखित में प्रदेश की 5 मुख्य मांगे सौंपी गई थी। इनमें बेअदबी कांड के दोषियों को सजा दिलाना, कृषि कानूनों को रद कराना, बिजली समझौतों को कैंसिल कराना और विभिन्न मुलाजिम संगठनों की मांगे शामिल थी। नवजोत सिद्धू ने कैप्टन के साथ इंडस्ट्री एवं ट्रेड को लेकर कोई विचार-विमर्श तक नहीं किया।
खेल उद्योग संघ पंजाब के कन्वीनर एवं ट्रेडर्स फोरम जालंधर प्रमुख रविंदर धीर ने कहा कि पंजाब एवं पंजाबियों के हित के लिए लड़ाई लड़ने का दावा करने वाले नवजोत सिंह सिद्धू की तरफ से इंडस्ट्री एवं ट्रेड की अनदेखी बेहद निराशाजनक है। इस समय इंडस्ट्री एवं ट्रेड सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं। पंजाब सरकार की तरफ से किए गए वादों को भुला दिया गया है और उद्योगपतियों एवं कारोबारियों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस बहुमत के साथ सत्ता में आई थी तो इसका श्रेय उद्योग एवं कारोबारी वर्ग को जाता है। अगर नवजोत सिंह सिद्धू बी उद्योग एवं ट्रेड को नजरअंदाज करेंगे तो उन्हें भी भुगतना पड़ेगा।
जालंधर के उद्योपति रविंदर धीर, बलराम कपूर और अश्वनी विक्टर।
हैंड टूल एक्सपोर्ट कंपनी विक्टर टूल्स के संचालक अश्विनी विक्टर ने कहा कि किसी भी आपात अथवा जरूरत के समय इंडस्ट्री ही सरकार के साथ खड़ी होती है। बावजूद इसके पंजाब में इंडस्ट्री के बारे में कुछ नहीं सोचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू की तरफ से भी इंडस्ट्री को नजरअंदाज किया जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री अपने दम पर ही अभी तक पंजाब में अपना अस्तित्व बचाए हुए हैं। सरकार की तरफ से इंडस्ट्री के लिए कुछ नहीं किया गया है।
देश की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनियों को ऑटो पार्ट्स सप्लाई करने वाली जेएमपी इंडस्ट्रीज के संचालक एवं ऑटो पार्ट्स मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन के चेयरमैन बलराम कपूर ने कहा कि बिना इंडस्ट्री के तो देश का कोई भी राज्य चल पाना संभव ही नहीं है। नवजोत सिंह सिद्धू को भी इंडस्ट्री को तो तवज्जो देनी ही पड़ेगी। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री की वजह से ही राज्य को जीएसटी की प्राप्ति होती है, जिससे प्रदेश चलता है। उन्होंने कहा कि भविष्य में इंडस्ट्री को सुविधाएं देने के लिए सरकार को वचनबद्ध होना ही पड़ेगा। इंडस्ट्री को सुविधाएं मिलेंगी। इंडस्ट्री चलेगी। लोगों को रोजगार मिलेगा। तभी सरकार को टैक्स की प्राप्ति होगी और तभी राज्य भी चल पाएगा।