जालंधर में बवाल के बावजूद श्रमिकों को लेकर अवैध बसें रवाना, बस स्टैंड फ्लाईओवर के नीचे खुले रहे बुकिंग ऑफिस

जालंधर में श्रमिकों को लेकर अवैध बसों के रवाना होने का सिलसिला जारी है। इंटर स्टेट बस टर्मिनल के ठीक सामने फ्लाईओवर के नीचे इन अवैध बसों के लिए बुकिंग कार्यालय खुले रखे गए और स्लीपर बसों में यात्रियों को भेड़ बकरियों की तरह भरकर बसें रवाना की जाती रहीं।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 05:58 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 05:58 PM (IST)
जालंधर में बवाल के बावजूद श्रमिकों को लेकर अवैध बसें रवाना, बस स्टैंड फ्लाईओवर के नीचे खुले रहे बुकिंग ऑफिस
जालंधर में श्रमिकों को लेकर अवैध बसों के रवाना होने का सिलसिला बदस्तूर जारी है।

जालंधर [मनुपाल शर्मा]। पीएपी चौक में बुधवार को अवैध बसों के संचालन को लेकर मचे बवाल के बावजूद वीरवार को भी श्रमिकों को लेकर अवैध बसों के रवाना होने का सिलसिला बदस्तूर जारी रहा। जालंधर के शहीद-ए-आजम भगत सिंह इंटर स्टेट बस टर्मिनल के ठीक सामने फ्लाईओवर के नीचे इन अवैध बसों के लिए बुकिंग कार्यालय खुले रखे गए और स्लीपर बसों में यात्रियों को भेड़ बकरियों की तरह भरकर बसें रवाना की जाती रही।

खास यह रहा कि अवैध बस संचालन में कमी होने की बजाय बढ़ोतरी हो गई है। पंजाब नंबर के रजिस्ट्रेशन वाली कुछ पंजाब की निजी बस कंपनियों की बसों को भी उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश एवं बिहार के लिए रवाना किया गया। ट्रैफिक पुलिस ठीक इसी जगह पर दिन भर तैनात रही, लेकिन सरेआम एक-एक यात्री की बुकिंग की गई और दोपहर से लेकर देर शाम तक बसों को गंतव्य के लिए रवाना किया गया।

दैनिक जागरण ने उजागर किया था लापरवाही का मामला

इन अवैध बसों में कोरोना वायरस संक्रमण रोकने को लेकर बरती जा रही लापरवाही का मामला मीडिया में उजागर होने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वीरवार को भी रवाना हुई बसों में बेहद कम संख्या में यात्रियों ने मास्क पहने हुए थे। बस का स्टाफ भी बिना मास्क के ही नजर आया। शारीरिक दूरी कहीं लागू ही नहीं हुई और सैनिटाइजर तो शायद किसी एक यात्री के लिए भी उपलब्ध नहीं था।

बुधवार को पीएपी चौक में हुआ था हंगामा

बुधवार को पीएपी चौक में यात्रियों से भरी बसों को रोककर भारी हंगामा हुआ था, जिसके बाद एक बस को थाने भी ले जाया गया था। इस बारे में सचिव, रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (आरटीए) बरजिंदर सिंह से बार-बार संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका मोबाइल नंबर स्विच ऑफ मिला। पंजाब रोडवेज जालंधर के जनरल मैनेजर नवराज बातिश ने बताया कि ऐसी बसों के खिलाफ परिवहन विभाग को ही कार्रवाई करनी है।

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