Jalandhar Nurse Strike: सरकारी अस्पतालों की नर्सें हड़ताल पर, स्टूडेंट्स ने संभाले वार्डों में भर्ती मरीज

जालंधर में नर्सिंग स्टाफ के धरना प्रदर्शन से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं। इमरजेंसी व अन्य वार्डों अलावा जच्चा-बच्चा सेंटर में फार्मेसी नर्सिंग और फिजियोथैरेपी विद्यार्थियों के अलावा जूनियर डॉक्टरों ने मरीजों की देखभाल की कमान संभाली हुई है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Mon, 06 Sep 2021 01:42 PM (IST) Updated:Mon, 06 Sep 2021 01:42 PM (IST)
Jalandhar Nurse Strike: सरकारी अस्पतालों की नर्सें हड़ताल पर, स्टूडेंट्स ने संभाले वार्डों में भर्ती मरीज
सरकारी नर्सों की हड़ताल के बाद सिविल अस्पताल में नर्सिंग स्टूडेंट वार्डों में भर्ती मरीजों की देखभाल कर रहे हैं।

जागरण संवाददाता, जालंधर। डाक्टरों के बाद सरकारी अस्पतालों में तैनात नर्सिंग स्टाफ ने भी सोमवार को वेतन आयोग की सिफारिशों के विरोध में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। नर्सिंग स्टाफ ने कामकाज ठप कर सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के बाहर रोष प्रदर्शन शुरू कर दिया है। पीसीएमएस डॉक्टर्स एसोसिएशन, दर्जा चार कर्मचारी एसोसिएशन, पंजाब स्टेट फार्मेसी ऑफिसर एसोसिएशन तथा मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन भी समर्थन दिया है। जॉइंट हेल्थ वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले नर्सिंग स्टाफ ने धरना प्रदर्शन जारी रखा जिससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं। इमरजेंसी व अन्य वार्डों अलावा जच्चा-बच्चा सेंटर में फार्मेसी, नर्सिंग और फिजियोथैरेपी विद्यार्थियों के अलावा जूनियर डॉक्टरों ने मरीजों की देखभाल की कमान संभाली हुई है। निक्कू में विभाग के डॉक्टर खुद मरीजों को देख रहे हैं। 

एसोसिएशन की प्रधान कांता कुमारी ने बताया कि वेतन आयोग की सिफारिशों में सरकार ने पे स्केल कम कर दिया है। समस्या के समाधान के लिए सरकार उनकी सुनवाई नहीं कर रही है। इस बाबत सरकार से कई बार पत्राचार हुआ पर नतीजे शून्य निकले। उन्होंने सरकार की नींद तोड़ने के लिए सोमवार को राज्य भर में हड़ताल करने की घोषणा की। इस संबंध में सिविल अस्पताल में मेडिकल सुपरिटेंडेंट और डिप्टी कमिश्नर को पहले से ही ज्ञापन दिया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनके साथ बैठक कर समस्या का समाधान करने का आश्वासन नहीं देती, हड़ताल जारी रहेगी।

सोमवार को जालंधर के सिविल अस्पताल में छठे वेतन आयोग के खिलाफ धरना देती हुईं नर्सें। 

सिविल अस्पताल की मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डा. सीमा ने बताया कि डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेज पंजाब ने नर्सिंग स्टाफ को सेवाएं शुरू करने की बात कही है। उनके प्रतिनिधियों को बैठक के लिए अपने ऑफिस में बुलाया है। इसके बाद सेहत मंत्री से बातचीत होगी। यह संदेश धरना दे रही नर्सों तक पहुंचा दिया गया है। वहीं, विभाग को नर्सों की ओर से इमरजेंसी सेवाएं ठप करने की जानकारी दे दी गई है। प्रशासन ने अस्पताल के वार्डों, इमरजेंसी व जच्चा-बच्चा सेंटर में सेवाएं सुचारू रूप से चलाने के लिए नर्सिंग छात्रों तथा जूनियर डाक्टरों की तैनाती की है।

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