जालंधर में फल-सब्जियों की नई रेट लिस्ट वायरलः लोगों ने पूछा- डीसी साहब.. 30 रुपये किलो सेब व अंगूर कहां मिलेंगे?
जालंधर मंडी बोर्ड ने फल व सब्जियों के दाम निर्धारित कर लिस्ट जारी की। लिस्ट जारी होते ही यह वायरल हो गई और लोग इतने कम रेट देख हैरान होने लगे। थोक व्यापारी व लोग रेट लिस्ट लेकर मंडी पहुंचे तो दाम लिस्ट तीन से चार गुणा ज्यादा थे।
जालंधर, [शाम सहगल]। कोरोना काल में फल व सब्जियों की मनमानी वसूली रोकने के लिए जिला मंडी बोर्ड ने सोमवार को फल व सब्जियों के दाम निर्धारित कर लिस्ट जारी की। लिस्ट जारी होते ही यह वायरल हो गई और लोग इतने कम रेट देख हैरान होने लगे। थोक व्यापारी व लोग रेट लिस्ट लेकर मंडी पहुंचे तो वहां दाम लिस्ट से तीन से चार गुणा ज्यादा थे। ऐसे में वे उनसे बहस करते नजर आए और उनकी शिकायत प्रशासन से करते दिखे।
रेट में सबसे बड़ा फर्क फलों में देखने को मिला। इस मौसम में 200 रुपये किलो बिकने वाले सेब का रेट प्रशासन ने अधिकतम 70 व न्यूनतम 30, अंगूर का अधिकतम 50 व न्यूनतम 30, अमरूद का दस रुपये तय किया। ये रेट मकसूदां मंडी में भी लागू नहीं हो सके, जहां मार्केट कमेटी का कार्यालय है क्योंकि इतने कम रेट में तो व्यापारियों को खुद फल नहीं मिलते। माना जा रहा है कि प्रशासन ने पिछले साल की सूची को ही बिना देखे नई तारीख लिखकर जारी कर दिया। प्रशासन ने भी आगे बिना पड़ताल किए इसे अपलोड कर दिया।
इंटरनेट मीडिया पर प्रतिक्रिया- ये रेट तो दूसरे ग्रह पर ही मिलेंगे...कदे मंडी भी जा आया करो साहब
रेट लिस्ट फेसबुक के विभिन्न ग्रुप पर शेयर हुई तो लोगों ने दिलचस्प कमेंट किए। किसी ने कहा कि ये रेट तो दूसरे ग्रह पर मिलेंगे तो किसी ने कहा कि अधिकारी कभी मंडी भी जा आया करें। असल रेट का पता लग जाएगा। लोग नो...नो..नो.. के मीम्स भी कमेंट में शेयर करते दिखे। ये रेट कोई नहीं देता...फेक लिस्ट है...फेक...नॉट पासिबल...एह रेट सिर्फ देखन लई ए...खरीदन लई नहीं जैसे कमेंट उन्होंने किए।
-एह रेट तां मंडी नहीं मिलदा जो रेट डीसी साहब ने लिखेया...डीसी साहब पहला मंडी जाके कंफर्म करो।
अमनदीप भाटिया।
-एह कागजी रेट ने बस।
रिक्की गुजराल।
-जोक आफ द डे, कोई भी चीज इस रेट ते मिल रही है तां दस्सो।
रोहित बाऊ।
-तुहानूं किहनें वहम पा दित्ता एह रेट दा।
मनदीप सिंह।
-आफिस च बैठके रेट लिस्ट बना दित्ती, इक्क वारी मंडी वी घुम्म आया करो।
राहुल सेतिया
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इतने कम में तो खरीद भी नहीं, बेचेंगे कहां से
मकसूदां सब्जी मंडी में फल विक्रेता जसवंत व अनिल कुमार बताते है कि मंडी बोर्ड ने जो रेट निर्धारित किए है, उसमें बिक्री करना संभव नहीं है। इस रेट में तो फलों की खरीद भी नहीं होती। इसी तरह सब्जी विक्रेता अनिरुद्ध बताते है कि कई सब्जियों के रेट उनके द्वारा निर्धारित किए रेटों से अधिक है।
:::: जिला मंडी अधिकारी से सीधी बात:::
- रिपोर्टर : जो दाम फल सब्जियों के निर्धारित किए गए है, उससे कहीं अधिक दामों पर बिक्री की जा रही है?
- डीएमओ : गलती से थोक के रेट ही सूची में दर्ज हो गए।
- रिपोर्टर : यह दाम तो थोक में भी नहीं है। सेब के दाम 30 से 70 है जबकि थोक में ही सेब 150 से 160 रुपये है?
- डीएमओ : मुलाजिम की गलती से ऐसे हुआ है, इसे चेक करवाते हैं।
- रिपोर्टर : किस आधार पर दाम निर्धारित किए गए?
- डीएमओ : इन दिनों चल रहे थोक दामों के मुताबिक रिटेल के दाम निर्धारित किए हैं।
- रिपोर्टर : आपका नंबर हेल्पलाइन नंबर है, कितनी शिकायतें पहले दिन आई?
- डीएमओ : 5-6 शिकायतें आई थी। लोगों को समझा दिया गया है।
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- यहां करें शिकायत
जिला मंडी अधिकारी मुकेश कैले
94636-39586