पूर्व विधायक मक्कड़ ने कोरोना को यूं हराया, दिन में अस्पताल तो रात में घर के आंगन में सोकर गुजारे संकट के दिन
पूर्व विधायक व अकाली नेता सरबजीत सिंह मक्कड़ बताते हैं कि जनवरी के आखिरी सप्ताह में उनके कोरोना पाजिटिव आने के दो दिनों के बाद पत्नी उपिंदरजीत कौर व बेटा मनसिमरन सिंह भी इसकी चपेट में आ गए। स्वच्छ वातावरण में सकारात्मक सोच से उन्होंने इस पर जीत हासिल की।
जालंधर, जेएनएन। कोरोना संकट टला नहीं है। इसे लेकर सावधानी की जरूरत है। संकट के दिन कैसे गुजरते हैं, यह केवल इससे पीड़ित ही बता सकता है। पूर्व विधायक व अकाली नेता सरबजीत सिंह मक्कड़ बताते हैं कि जनवरी के आखिरी सप्ताह में उनके कोरोना पाजिटिव आने के दो दिनों के बाद पत्नी उपिंदरजीत कौर व बेटा मनसिमरन सिंह भी इसकी चपेट में आ गए। इसके बाद घर में काम करने वाले दो लोग और पीएसओ भी पॉजिटिव पाए गए। पत्नी व बेटे ने सबका ख्याल रखा। वो सबकी हिम्मत बने रहे। तबीयत खराब होने के बाद निजी अस्पताल में जाकर अपना उपचार शुरू करवाया। बुखार, खांसी और नजला-जुकाम की समस्या थी, जिसकी दवाई खाता रहा।
अस्पताल के माहौल से बचने के लिए रात को शहीद ऊधम सिंह नगर स्थित घर के खुले आंगन में सो जाया करता था। घर के आंगन में लगे पीपल के पेड़ व अन्य पौधों के कारण आक्सीजन की कमी नहीं हुई। स्वच्छ वातावरण में रहकर सोच भी सकारात्मक बनी रही। इसी कारण संकट के यह दिन आसानी से पार हो गए। मक्कड़ बताते हैं कि पत्नी उपिंदरजीत कौर व बेटे मनसिमरन सिंह होम क्वारंटाइन के दौरान साथ ही रहे, लेकिन सभी अलग-अलग कमरे में रहे। इस दौरान उन्होंने रोजाना योग करने के साथ ही सात्विक भोजन का सेवन किया। विटामीन-सी से भरपूर व फाइबर फूड का ही सेवन किया।
इस अवधि में एक बात स्पष्ट हो गई कि घर में पौधे होने बहुत जरूरी हैं। यही वह माध्यम है, जिससे ऑक्सीजन की आपूर्ति आसानी से होती रहती है। उन्होंने कहा कि पहले दो दिन जरूर परेशान करते हैं, लेकिन, बाद में सब सही हो जाता है। उन्होंने कहा कि 15 दिन क्वारंटाइन रहने के बाद तीनों की रिपोर्ट नेगेटिव आई तो राहत मिली।
पूर्व विधायक सरबजीत सिंह मक्कड़ की पत्नी पत्नी उपिंदरजीत कौर व बेटे मनसिमरन सिंह ने होम क्वारंटाइन के दौरान रोजाना योग करने के साथ सात्विक भोजन का सेवन किया।
सावधानी से ही होगा बचाव
उन्होंने कहा कि कोरोना से खुद की रक्षा के लिए चेहरे पर मास्क, शारीरिक दूरी के साथ-साथ सकारात्मक सोच जरूरी है। जिस रफ्तार के साथ संकट बढ़ रहा है, ऐसे में केवल सावधानी से ही बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज कोरोना वैक्सीन लगाने के बाद भी तमाम तरह की सावधानियां बरतता हूं।