जालंधर में फोकल प्वाइंट और गदईपुर के उद्यमी बेहाल, तीन महीने में हुईं 40 चोरी, श्रमिक भी डरे
फोकल प्वाइंट व गदईपुर में बीस हजार श्रमिक रात को काम करते थे। तीन महीने के अंदर रात को काम करने वाले श्रमिकों की संख्या कम होकर 17000 रह गई है। श्रमिकों में रात को काम करने को लेकर डर फैल गया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर। महानगर का फोकल प्वाइंट व गदईपुर क्षेत्र चोरों व लुटेरों का साफ्ट टारगेट बन चुका है। पिछले तीन महीने में इन दोनों क्षेत्रों में छोटी-बड़ी 40 चोरियां हो चुकी हैं। चोर इंडस्ट्री में हाथ साफ कर रहे हैं, साथ ही में वो उद्यमियों को मिलने वाला 18 प्रतिशत जीएसटी भी लेकर जा रहे हैं। बीते शनिवार रात को भारद्वाज इंडस्ट्री से चोरों ने तीन टन लोहा चुरा लिया था। उद्यमी नरिंदर सग्गू का कहना है कि अगर इस लोहे को फैक्ट्री मालिक बेचता तो जीएसटी मिल जाना था, जो अब नहीं मिलेगा। फोकल प्वाइंट व गदईपुर में बीस हजार श्रमिक रात को काम करते थे। तीन महीने के अंदर रात को काम करने वाले श्रमिकों की संख्या कम होकर 17000 रह गई है। श्रमिकों में रात को काम करने को लेकर डर फैल गया है।
पुलिस की गश्त न होने से चोरों के हौसले बुलंद
जालंधर फोकल प्वाइंट एक्सटेंशन एसोसिएशन के प्रधान नरिंदर सिंह सग्गू ने कहा कि करोड़ों का सामान चोरी हो चुका है। पुलिस की गश्त नहीं होती है, जिस कारण नुकसान हो रहा है। वहीं उद्योग नगर मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन के प्रधान तेजिंदर भसीन ने कहा कि चोरियां व लूट बढ़ गई हैं। रात के समय श्रमिक टारगेट बन रहे हैं। पिछले दिनों ही फोकल प्वाइंट में एक मीडिया कर्मी पर हमला करके बाइक सवार तीन लुटेरे उनका मोबाइल छीन ले गए थे। इस मामले में भी पुलिस अभी तक आरोपितों को नहीं पकड़ सकी है।
750 इंडस्ट्री करती हैं आठ हजार करोड़ का कारोबार
उद्योग नगर में तीन सौ इंडस्ट्री स्थापित हैं। ये प्रतिवर्ष तीन हजार करोड़ का कारोबार करती हैं। वहीं फोकल प्वाइंट एक्सटेंशन व फोकल प्वाइंट में करीब 450 इंडस्ट्री हैं, जो पांच हजार करोड़ का कारोबार करती हैं। इंडस्ट्री में हैंडटूल्स, आटो पार्ट्स, इंडक्शन फर्नेस, पाइप फिटिंग व गार्डनर टूल्स तैयार किए जाते हैं।
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