जालंधर में डॉक्टरों ने ओपीडी बंद कर किया धरना-प्रदर्शन, छठे वेतन आयोग की सिफारिशों का कर रहे विरोध

छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के खिलाफ सरकारी डॉक्टरों ने भी मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को पीसीएमएस डॉक्टर्स एसोसिएशन में डॉक्टर से स्टेशन की ओर से सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में ओपीडी ठप कर रोष प्रदर्शन किया ।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 01:58 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 01:58 PM (IST)
जालंधर में डॉक्टरों ने ओपीडी बंद कर किया धरना-प्रदर्शन, छठे वेतन आयोग की सिफारिशों का कर रहे विरोध
छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के खिलाफ सरकारी डॉक्टरों ने भी मोर्चा खोल दिया है।

जागरण संवाददाता, जालंधर। छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के खिलाफ सरकारी डॉक्टरों ने भी मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को पीसीएमएस डॉक्टर्स एसोसिएशन में डॉक्टर से स्टेशन की ओर से सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में ओपीडी ठप कर रोष प्रदर्शन किया। हड़ताल की वजह से मरीजों को परेशानियां झेलनी पड़ी।

सिविल सर्जन ऑफिस में डॉक्टरों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। डॉ नरेश भाटला ने कहा कि शुक्रवार को दोस्ती करने के लिए केवल ओपीडी बंद कर रोष व्यक्त किया गया है। सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो शनिवार से इमरजेंसी सेवाएं और करुणा से संबंधित सभी कार्य किए जाएंगे। उन्होंने सिविल सर्जन डा. बलवंत सिंह को मांग पत्र भी दिया। मौके पर सिविल सर्जन डॉ बलवंत सिंह ने कहा कि डॉक्टरों के एनपीए में कटौती को वापस लेने की जायज मांग है। इसमें सभी को संघर्ष करना चाहिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे उनको पूर्ण सहयोग देंगे।

इस मौके पर डॉक्टर रमन गुप्ता, डॉक्टर राकेश चोपड़ा, डॉक्टर अरुण वर्मा, डॉक्टर विरेंद्र कुमार, डॉक्टर वंदना शेरगढ़, डॉक्टर हरदेव सिंह, डॉ चेतन मेहता, डॉ हरीश भारद्वाज, डॉक्टर हरसिमरन कौर के अलावा आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक विभाग के डॉक्टर भी मौजूद थे।

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