जालंधर में दिव्यांगों को बड़ी राहत, मिला एक छत के नीचे प्रमाण पत्र बनवाने का मौका
जालंधर में सिविल अस्पताल के नर्सिंग स्कूल परिसर में आयोजित कैंप में जिले भर से दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पहुंचे। यहां उन्हें एक छत के नीचे प्रमाण पत्र उपलब्ध करवाने के लिए तमाम सुविधाएं मुहैया करवाई गई हैं।
जालंधर, जेएनएन। जिले के दिव्यांग व्यक्तियों के लिए बड़ी राहत की खबर आई है। सोमवार से दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सिविल अस्पताल में दो दिवसीय मेगा कैंप का आयोजन किया गया। सिविल अस्पताल के नर्सिंग स्कूल परिसर में लग रहे कैंप में जिले भर से बड़ी संख्या में दिव्यांग व्यक्ति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पहुंचे। अस्पताल में एक छत के नीचे प्रमाण पत्र उपलब्ध करवाने के लिए तमाम सुविधाएं मुहैया करवाई गई हैं। इससे जिले के दिव्यांगों को बड़ी राहत मिली है। कैंप में दोपहर तक 110 लोगों ने अपना पंजीकरण करवा कर प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी।
कैंप में नहीं हुआ कोरोना वायरस से जुड़ी सावधानियों का पालन
कोरोना काल के चलते सावधानियों की नीतियों को दरकिनार किया गया। कैंप के दौरान आने वाले ज्यादातर दिव्यांग व उनके परिजनों ने मास्क नहीं पहने हुए थे। उन्होंने दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवाने के दौरान शारीरिक दूरी के नियम का भी पालन नहीं किया। यहां तक कि सैनिटाइजेशन का भी ध्यान नहीं रखा। मौके पर अस्पताल प्रशासन की ओर से तैनात स्टाफ के सदस्यों ने कोरोना को लेकर सावधानी बरतना उचित नहीं समझा। कैंप में आने वालों के थर्मल स्कैनिंग व हाथ सैनिटाइज करवाने की व्यवस्था नहीं दिखी।
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डीसी ने दिए थे कैंप लगाने के निर्देश
बता दें कि पिछले दिनों डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने अधिकारियों के साथ बैठक करके उन्हें जिले के दिव्यांग व्यक्तियों के प्रमाण पत्र बनवाने के लिए कैंप लगाने के निर्देश दिए थे। जिला प्रशासन ने इसके बाद तैयारियां करके अब प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
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