जालंधर में लाकडाउन के दौरान खुला था ढाबा.. स्वीमिंग पूल में नहा रहे थे लोग; पुलिस ने कसा शिकंजा
जालंधर में लाकडाउन के दौरान लोग पुलिस को छकाने के नए-नए तरीके इस्तेमाल करते दिखाई दिए। इस दौरान पुलिस ने बस्ती बावा खेल इलाके में एक ढाबा खुला होने पर ढाबा मालिक और स्वीमिंग पूल में लोगों के नहाने पर पूल मालिक के खिलाफ केस दर्ज किया।
जालंधर, जेएनएन। रविवार को लाकडाउन के दौरान पुलिस नाकों पर मुस्तैद रही। आम लोग भी पुलिस को छकाने के नए-नए तरीके इस्तेमाल करते दिखाई दिए। इस दौरान पुलिस ने बस्ती बावा खेल इलाके में एक ढाबा खुला होने पर ढाबा मालिक और स्वीमिंग पूल में लोगों के नहाने पर पूल मालिक के खिलाफ केस दर्ज किया। वहीं कई लोगों के चालान भी काटे।
थाना बस्ती बावा खेल इलाके के जेपी नगर में रविवार को लाकडाउन के दौरान सुबह करीब 11 बजे माता का ढाबा खुला हुआ था। वहां ग्राहक भी मौजूद थे। थाना बस्ती बावा खेल के एएसआइ प्रीतपाल ने बताया कि इस पर ढाबा मालिक को गिरफ्तार करते हुए हुए उसके खिलाफ धारा 188 के तहत केस दर्ज कर लिया। हालांकि कुछ देर बाद ढाबा मालिक को जमानत दे दी गई। थाना बस्ती बावा खेल की ही पुलिस ने कटरा मोहल्ला स्थित चौहान स्वीङ्क्षमग पूल पर रविवार दोपहर छापामारी की। इस दौरान स्वीङ्क्षमग पूल का गेट बाहर से बंद था। पुलिस जब अंदर पहुंची तो वहां कई लोग पूल में नहाते मिले। पुलिस ने स्वीङ्क्षमग पूल के मालिक इंद्रजीत ङ्क्षसह चौहान के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
तुसी टेंशन न लो, काउंसलर अपना बड़ा भाई है, कटा चालान
भगवान वाल्मीकि चौक पर दोपहर दो बजे के करीब नाके पर तैनात एएसआइ भगत कबीर ङ्क्षसह ने एक फाच्र्यूनर सवार को रोका। इस पर कार सवार ने कहा कि कौंसलर अपना बड़ा भाई है। एएसआइ पर रोब झाड़ते हुए उसने पार्षद से बात करने को लगा। एएसआइ ने उसकी एक न सुनते हुए उसका बिना मास्क का चालान कर दिया।
पुलिस ने मुनादी करवाकर बंद करवाई दुकानें
मकसूदां चौक के पास कई दुकानें खुली हुई थीं। इस पर थाना एक के एसएचओ राजेश कुमार ने अपनी टीम के साथ मुनादी करवा दुकानें बंद करवाई। उन्होंने लोगों से घर में रहने और प्रशासन का सहयोग करने की अपील की।
23 मार्च 2020 से 9 मई तक पुलिस कार्रवाई
- 1235 लोगों के खिलाफ लाकडाउन उल्लंघन का केस दर्ज
- 767 लोगों के खिलाफ मास्क न पहनने का केस दर्ज
- 464 लोगों के चालान सार्वजनिक स्थान पर थूकने पर
- 277 लोगों के चालान शारीरिक दूरी का पालन न करने पर