जालंधर में डीएवी कालेज के छात्रों को बताया खानपान और रहन-सहन की सही तरीका

डीएवी कालेज में डा. रिंफलजीत कौर ने कॉलेज के सीनियर सेकेंडरी के विद्यार्थियों तथा स्टाफ को उचित खानपान तथा स्वस्थ रहने के लिए रहन सहन किस प्रकार का होना चाहिए होना चाहिए Fसके बारे में विद्यार्थियों को जानकरी दी।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 05:00 PM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 05:07 PM (IST)
जालंधर में डीएवी कालेज के छात्रों को बताया खानपान और रहन-सहन की सही तरीका
डीएवी कॉलेज के स्कूल विंग में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया गया।

जासं, जालंधर। दयानंद आयुर्वेदिक कालेज की ओर से डीएवी कॉलेज के स्कूल विंग में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया गया। भारत सरकार आयुष विभाग और गुरु रविदास आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी के साथ देश की आजादी के 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। कार्यक्रम की रिसोर्स पर्सन डा. रिंफलजीत कौर, (लेक्चरर) रोग निदान विभाग, ने सीनियर सेकेंडरी के विद्यार्थियों और स्टाफ को उचित खानपान तथा स्वस्थ रहने के लिए रहन सहन किस प्रकार का होना चाहिए, इसके बारे में विद्यार्थियों को जानकरी दी।

डा. कौर ने जोर दिया कि यदि इस उम्र में विद्यार्थी अच्छे खान-पान तथा रहन-सहन को अपना लेता है तो भविष्य में होने वाली बीमारियों का खतरा अपेक्षाकृत बहुत कम हो सकता है। डीएवी कॉलेज के प्रिंसिपल डा. एसके अरोड़ा ने दयानंद आयुर्वेदिक कालेज के प्रिंसिपल डा. संजीव सूद का आभार प्रकट किया कि उन्होंने इस स्कूल विंग के सेकेंडरी विद्यार्थियों को इस गतिविधि के लिए चुना।

प्रिंसिपल डा. सूद ने कहा कि इन कार्यक्रमों  के माध्यम से विद्यार्थियों को मौसम के अनुसार खानपान की जानकारी दी जाएगी। उन्हें यह भी बताया जाएगा कि वे योग एवं आयुर्वेद के माध्यम से अपनी इम्यूनिटी कैसे बढ़ा सकते हैं। इसके साथ-साथ मानसिक तनाव, माइग्रेन, अनिद्रा, मोटापा, डायबिटीज, उच्च रक्तचाप आदि बीमारियां, जो विद्यार्थी वर्ग में बहुत ही सामान्य होती जा रही हैं ,उनसे भी बचाव के बारे मे बताया जाएगा।

कार्यक्रम को करवाने में प्रोफेसर निधि अग्रवाल, इंचार्ज डीएवी स्कूल विंग, का विशेष योगदान रहा। उन्होंने सेमिनार के लिए सुचारू व्यवस्था करवाई। कार्यक्रम के संयोजक डा. गगन ठाकुर ने बताया कि यह कार्यक्रम भारत की आजादी के 75 साल के उपलक्ष्य में पूरे साल भर चलेगा। इसके तहत प्रकार के कार्यक्रम विभिन्न स्कूलों में होते रहेंगे ताकि विद्यार्थियों को आजादी के अमृत महोत्सव का पूरा लाभ मिल सके। 

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