कब्जाधारी के दबाव पर भड़के निगम मुलाजिमों का ज्वाइंट कमिश्नर आफिस पर धरना
मकसूदां फ्लाईओवर के पास सड़क पर 30 फुट तक कब्जा जमाने वाले का सामान जब्त करने के मामले में दबाव पड़ने पर नगर निगम मुलाजिम भड़क गए और ज्वाइंट कमिश्नर के कार्यालय के बाहर धरना लगा दिया।
जागरण संवाददाता, जालंधर : मकसूदां फ्लाईओवर के पास सड़क पर 30 फुट तक कब्जा जमाने वाले का सामान जब्त करने के मामले में दबाव पड़ने पर नगर निगम मुलाजिम भड़क गए और ज्वाइंट कमिश्नर के कार्यालय के बाहर धरना लगा दिया। मकसूदां रोड पर कब्जा करने वाले यह लोग जब्त किया माल छुड़वाने के लिए निगम मुलाजिमों पर दबाव डाल रहे थे। नगर निगम की ज्वाइंट कमिश्नर ज्योति बाला मट्टू के दफ्तर में तहबाजारी विभाग के सुपरिटेंडेंट मनदीप सिंह के खिलाफ जब यह कब्जाधारी समर्थक दबाव बनाने लगे और बुरा भला कहा तो मामला भड़क गया।
ज्वाइंट कमिश्नर ने भी सुपरिंटेंडेंट को उनके कार्यालय से बाहर जाने के लिए कह दिया। इसके बाद नगर निगम की मुलाजिम यूनियनों के मेंबर मनदीप सिंह के समर्थन में डट गए और करीब डेढ़ घंटे तक धरना प्रदर्शन किया। नगर निगम मुलाजिमों ने ज्वाइंट कमिश्नर के कार्यालय में बैठे लोगों को बाहर निकालने की मांग की। ज्वाइंट कमिश्नर ज्योति बाला मट्टू ने दो-तीन बार मामले को हल करने के लिए सुपरिंटेंडेंट मनदीप सिंह को अपने कार्यालय में बुलाने के लिए पुलिस मुलाजिम को बाहर भेजा लेकिन मनदीप सिंह समेत किसी भी मुलाजिम में अंदर जाने से इंकार कर दिया। करीब डेढ़ घंटे बाद नगर निगम मुलाजिमों के दबाव में कब्जा करने वालों के समर्थन में आए लोगों ने माफी मांगकर जान छुड़ाई। मनदीप सिंह ने कहा कि नगर निगम ने पिछले दिनों मकसूदां फ्लाईओवर के पास सड़क पर करीब 30 फुट तक कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की थी। इन लोगों ने सड़क पर लकड़ी का टाल बना रखा था।
इस वजह से इलाके के रहने वाले लोग परेशान थे और लोगों ने इसकी शिकायत की थी। शिकायत मिलने पर नगर निगम ने करीब दो ट्रक लकड़ी जब्त कर ली थी। यह लोग लगातार दबाव बना रहे थे कि उनका माल वापस किया जाए और उन्हें सड़क पर सामान रखने की इजाजत मिले। मनदीप सिंह ने कहा कि इन लोगों को कहा गया था कि यह लिखकर दें कि दोबारा सड़क पर कब्जा नहीं करेंगे, तभी सामान वापस दिया जाएगा लेकिन इन लोगों ने इससे भी इंकार कर दिया। इसी मामले में अनिल वर्मा समेत कुछ लोग माल वापस लेने के लिए ज्वाइंट कमिश्नर मट्टू के पास पहुंचे थे। वहां इन लोगों ने ज्वाइंट कमिश्नर के सामने ही सुपरिंटेंडेंट के साथ दुर्व्यवहार किया और काम में रूकावट डाली। जब यह जानकारी मुलाजिमों को मिली तो सभी इकट्ठे हो गए और धरना लगा दिया। आखिर में अनिल वर्मा ने ज्वाइंट कमिश्नर के कमरे में मुलाजिमों से माफी मांगी।