जालंधर में कोरोना वैक्सीन की किल्लत बरकरार, 319 में से महज 23 सेंटरों में 1505 लोगों को लगी वैक्सीन
Jalandhar Coronavirus Vaccination जालंधर में सोमवार को 319 में से केवल 23 सेंटरों में ही 1505 डोज लगी। सेहत विभाग के स्टाक में केवल 2480 डोज का स्टाक पड़ा है। मंगलवार को वैक्सीन आने की संभावना है।
जालंधर, जेएनएन। कोरोना वैक्सीन का स्टाक सेहत विभाग के पास तकरीबन खत्म हो चुका है। निजी अस्पतालों से वापस आने वाली डोज से सेहत विभाग काम चला रहा है। सोमवार को 319 में से केवल 23 सेंटरों में ही 1505 डोज लगी। सेहत विभाग के स्टाक में केवल 2480 डोज का स्टाक पड़ा है। मंगलवार को वैक्सीन आने की संभावना है। मंगलवार को भी हालात इसी तरह रहने वाले है। बुधवार से हालात सुधरने के आसार है।
जिला टीकाकरण अधिकारी डा. राकेश चोपड़ा ने बताया कि जिले में वैक्सीन का स्टाक कम होने की वजह से कम सेंटर चलाए और केवल 1505 लोगों को टीका लगा। दो दिन में 40 के करीब निजी अस्पतालों से तीन हजार के करीब डोज वापस आ चुकी है। ब्लाक स्तर पर सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में भी स्टाक पड़ा है। विभाग के 1250 डोज कोविशिल्ड व 1230 कोवैक्सीन पड़ी है। उन्होंने कहा कि पहली डोज निजी अस्पताल से लगवाने वालों को दूसरी डोज सरकारी अस्पताल में मुफ्त लगाई जाएगाी।
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रेमडेसिविर की किल्लत बरकरार, मरीज परेशान
जालंधर: रेमडेसिविर के टीके की किल्लत बरकरार है। सोमवार को जिले के 44 अस्पतालों में महज 164 टीकों की सप्लाई हुई। रविवार को 875 टीकों की डिमांड मिली थी।
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कैटेगिरी कुल बेड भरे खाली बेड
लेवल -2 1249 750 499
लेवल-3 460 365 94
वेंटीलेटर 166 40 126
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दवाइयों और आक्सीजन को लेकर सख्त हुए प्रशासन
जालंधर: कोरोना के इलाज को लेकर इस्तेमाल होने वाले टीके और आक्सीजन को लेकर जिला प्रशासन ने सख्ती बढ़ी दी है। डीसी घनश्याम थोरी ने बताया कि ज्यादा डाक्टर कोरोना के इलाज के लिए टोकलीजुमेब इंजेक्शन लिख दे रहे है। इसका स्टाक मार्केट में नही है। इस वजह से मरीजों के परिजनों व अस्पतालों को खासी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। राज्य सरकार के स्वास्थ्य सलाहकार डा. केके तलवाड़ की अगुवाई में बनाई गई कमेटी के अनुसार इटोलोजुमेब व इंजेक्शन डेक्सीमीथासोन भी कारगर है। यह मार्केट में आसानी से मिल रहे है।