जालंधर में कोविशिल्ड का स्टाक आते ही वैक्सीनेशन ने पकड़ी रफ्तार, बारिश के बवजूद सेंटरों के बाहर लगी लंबी लाइनें

कोरोना को हराने के लिए लोगों में वैक्सीन लगवाने के लिए उत्साह कम नही हो रहा। मंगलवार रात को इंतजार की घड़ियां खत्म हुई और कोविशील्ड कि 17 हजार डोज आने के बाद बुधवार को लोगों ने राहत की सांस ली।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 02:44 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 02:44 PM (IST)
जालंधर में कोविशिल्ड का स्टाक आते ही वैक्सीनेशन ने पकड़ी रफ्तार, बारिश के बवजूद सेंटरों के बाहर लगी लंबी लाइनें
सुबह से ही सेंटरों के बाहर लोगों के उत्साह के चलते लंबी लाइनें लगनी शुरू हो गई थी।

जागरण संवाददाता, जालंधर। कोविशिल्ड का स्टॉक न होने की वजह से पिछले तीन दिन से लोगों को खासी निराशा झेलनी पड़ रही थी। सेंटरों पर ताला लगा रहा। कोरोना को हराने के लिए लोगों में वैक्सीन लगवाने के लिए उत्साह कम नही हो रहा। मंगलवार रात को इंतजार की घड़ियां खत्म हुई और कोविशील्ड कि 17 हजार डोज आने के बाद बुधवार को लोगों ने राहत की सांस ली। बारिश के बावजूद सुबह से ही सेंटरों के बाहर लोगों के उत्साह के चलते लंबी लाइनें लगनी शुरू हो गई थी। दोपहर को गर्मी व उमस में भी लोग वैक्सीन लगवाने के इंतजार में खड़े थे। इनमें ज्यादातर बुजुर्ग, विदेश जाने वाले तथा दूसरी डोज लगवाने के लिए थे।

सिविल अस्पताल के नर्सिंग स्कूल में आए बुजुर्ग रमेश चंद का कहना है कि सरकार को एक योजनाबद्ध तरीके से काम करना चाहिए ताकि सीनियर सिटीजन को वैक्सीन प्राथमिकता के आधार पर लगे और गर्मी में लंबे समय तक खड़ा न रहना पड़े। हालांकि सरकार की ओर से बुजुर्गों की द के लिए हेल्पलाइन भी जारी की जा चुकी है। जिले में 100 के करीब सरकारी व गैर सरकारी सेंटरों में लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है।

इसके अलावा यूथ को वैक्सीन लगाने के लिए विभाग की ओर से डीएवी अस्पताल, एचएमवी कालेज वएसडी कालेज में विशेष कैंपों का आयोजन किया गया है। माडल टाउन सतगुरु द्वारा में आयोजित कैंप के दौरान भीड़ बढ़ने की वजह से अवस्था कारण बन गया और सेहत विभाग को मौके पर पुलिस बुलाकर अनुशासन बरकरार रखना पड़ा । सिविल अस्पताल के नर्सिंग स्कूल में बनाए गए सेंटर में विदेश जाने वाले लोगों को वेक्सीन लगाने के लिए विशेष प्रबंध किए गए।

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