Jalandhar Corona Vaccination: वैक्सीनेशन को लेकर हेल्थ वर्करों का जोश ठंडा, तीन दिन में 38 डोज वेस्ट
Jalandhar Corona Vaccinationः दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने कड़ी मशक्कत के बाद वैक्सीन तैयार की और केंद्र सरकार ने कोरोना के योद्धाओं को मुफ्त वैक्सीन लगाने के लिए जिला स्तर तक पहुंचाई। जिला स्तर पर वैक्सीन पहुंचने के बावजूद सरकारी डाक्टरोें व मुलाजिमों में बना जोश ठंडा दिखा रहा है।
जालंधर, जेएनएन। कोरोना के मरीजों व इस बीमारी से मरने वालों की संख्या चर्म सीमा पर पहुंचने पर लोग वैक्सीन जल्द तैयार होने व मार्केट में आने की अरदास करते थे। दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने कड़ी मशक्कत के बाद वैक्सीन तैयार की और केंद्र सरकार ने कोरोना के योद्धाओं को मुफ्त वैक्सीन लगाने के लिए जिला स्तर तक पहुंचाई। जिला स्तर पर वैक्सीन पहुंचने के बावजूद सरकारी डाक्टरोें व मुलाजिमों में बना जोश ठंडा दिखा रहा है।
मुहिम के तीसरे दिन सरकारी अस्पतालों में 30 हेल्थ वर्करों ने कोरोना वैक्सीन लगवाई, जबकि 200 का लक्ष्य था। वहीं, शनिवार को पिम्स में सेहत विभाग की ओर से वैक्सीन शुरू की गई और 69 हेल्थ वर्करों ने इसका लाभ उठाया। पिछले तीन दिन में मुहिम के दौरान कोरोना वैक्सीन की 38 डोजें वेस्ट गई। सेहत विभाग 10 फीसद वेस्टेज सरकार की ओर से मान्य बताता है।
कोरोना वैक्सीन लगवाने के मामले को लेकर मंगलवार को सिविल अस्पताल जालंधर व नकोदर में 30 हेल्थ वर्करों को ही टीके लगे, जो लक्ष्य का 15 फीसद रहा। वहीं पिम्स में पहले ही दिन 69 फीसद हेल्थ वर्करों ने कोरोना वैक्सीन का लाभ उठाया। पिछले तीन दिन में जिले में कोरोना वैक्सीन लगाने को लेकर लक्ष्य पूरा करने को लेकर उतार चढ़ाव का सिलसिला जारी है। पिछले तीन दिनों में सेहत विभाग की ओर से 900 हेल्थ वर्करों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य था। इनमें से केवल 392 हेल्थ वर्करों ने इसका लाभ उठाया। जो 43.55 फीसदी उपलब्धी हासिल की गई।
शनिवार को पहली बार पिम्स में कोरोना वैक्सीन लगाना शुरू किया। पिम्स में सबसे पहले महिला डा. तानिया मोदगिल और उनके साथ ही डायरेक्टर प्रिंसिपल डा. कुलबीर कौर ने कोरोना वैक्सीन लगवाई। पिम्स के रेजीडेंट डायरेक्टर अमित सिंह ने बताया कि पिम्स में शनिवार को मुहिम का शुभांरभ किया और सारे स्टाफ के सदस्यों को वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित किया। स्टाफ को बताया कि कोरोना वैक्सीन इंटरनेशनल स्तर पर गहन जांच पड़ताल के बाद तैयार की गई और हजारों की तादाद में लोगों पर ट्रायल में कामयाब होने के बाद सबसे पहले हेल्थ वर्करों को लगानी शुरू की है।